Darbhanga News: अलीनगर. थाना क्षेत्र के दसौत गांव में गत दो अप्रैल की देर शाम पोस्ट ऑफिस धमसाईन के बीपीएम पंकज मिश्रा को गोली मारकर घायल कर देने की घटना में साजिशकर्ता तथा लाइनर पुलिस के हत्थे चढ़ गये. इसके साथ ही इसमें नया मोड़ आ गया है. पुलिस को तकनीकी अनुसंधान में जो मजबूत आधार मिले उसके आधार पर घटना को अंजाम दिलाने के लिए साजिशकर्ता पंकज मिश्रा के पड़ोसी ननकार निवासी इंद्र भूषण शर्मा का नाम सामने आया. उसने हत्या की सुपारी अपराधी को दी थी. हालांकि पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है. इंद्र भूषण के अलावा घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले बड़गांव थाना क्षेत्र के बगरासी निवासी पंचायत के वार्ड सदस्य दिलीप शर्मा तथा बिरौल थाना क्षेत्र के खरदा निवासी मोहन सदा को थाना की पुलिस ने संबंधित थाना के पुलिस के सहयोग से उनके ठिकानों पर दबोच लिया. तीनों को न्यायालय में प्रस्तुत किया. वहां से उन सभी को जेल भेज दिया गया. पुलिस को इसमें 23 दिनों का समय लग गया. बताया जाता है कि तकनीकी अनुसंधान में पुलिस जुटी थी. थानाध्यक्ष विनय मिश्र भी लगातार छानबीन कर रहे थे. पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती भी मानी जा रही थी. एसडीपीओ आशुतोष कुमार खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे थे. बता दें कि घटना के दिन दो मोटरसाइकिलों पर तीन लोगों ने दसौत गांव स्थित पंकज झा के घर पर पहुंचकर उन्हें गोली मार दी थी. इसके बाद भाग निकले थे. गोली उनके पेट में लगी थी. तब से यह घटना अबूझ पहेली बनी हुई थी. गोली मारने की वजह सामने नहीं आ पा रही थी. हालांकि साजिशकर्ता इंद्र भूषण शर्मा के पुलिस के हत्थे चढ़ते ही मामले का खुलासा हो गया. आरोपित के अनुसार, करीब एक वर्ष पूर्व पंकज झा सहित कई पंचों ने इंद्र भूषण शर्मा और उनके भाई रामविलास शर्मा के बीच के भूमि विवाद की पंचायत की थी. इससे इंद्र भूषण असंतुष्ट थे. उस समय पंचों पर मामला दर्ज कराया था.
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