दरभंगा में एसडीओ के बॉडीगार्ड ने चलायी गोली
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पुलिस फायरिंग में युवक की मौत, छह लोग घायल
दरभंगा में एसडीओ के बॉडीगार्ड ने चलायी गोली बहेड़ी (दरभंगा) : थाना क्षेत्र के हावीडीह गांव में विवादित जमीन पर शव दफनाने को लेकर दो गुटों के बीच हुए विवाद ने सोमवार को उग्र रूप ले लिया. आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी की. वज्र वाहन को आग के हवाले कर दिया. स्थिति पर काबू […]
बहेड़ी (दरभंगा) : थाना क्षेत्र के हावीडीह गांव में विवादित जमीन पर शव दफनाने को लेकर दो गुटों के बीच हुए विवाद ने सोमवार को उग्र रूप ले लिया. आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी की. वज्र वाहन को आग के हवाले कर दिया. स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी. आंसू गैस के गोले दागे. इसी बीच एसडीओ के बॉडीगार्ड ने अपनी कारबाइन से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद वहां अफरातफरी मच गयी. लोग जान बचा कर इधर-उधर भागने लगे.
गोली लगने से एक महादलित युवक की मौत हो गयी. वहीं, तीन लोग घायल हो गये. घायलों का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है. भगदड़ में भी दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है. पुलिस ने आनन-फानन में मृतक विजय राम (21) के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया. देर शाम तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी सत्यवीर सिंह घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. पूरा इलाका पुलिस छाबनी में तब्दील कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार
पुलिस फायरिंग में
जमीन को लेकर दोनों गुटों में लंबे अरसे से विवाद चल रहा है. एक गुट इसे भूदान में मिली जमीन बता रहा है, तो दूसरा इसे कब्रिस्तान की जमीन बता रहा है. इसी बीच रविवार को राइन समाज के अली हसन (70) की मौत हो गयी. लोग अली हसन के शव को उसी जमीन पर दफनाने पहुंचे. दलित समुदाय के लोगों ने शव दफनाने से रोक दिया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन दोनों पक्षों के विरोध के कारण सुलह नहीं हो पाया. रात होने पर पुलिस लौट गयी. अली हसन
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पुलिस फायरिंग में
का शव भी वहीं पड़ा रहा.
इस बीच सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में शव को दफनाने की कोशिश की गयी. विवाद बढ़ने पर डीएम व एसएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे. दोनों अधिकारी विवाद सलटाने का प्रयास कर ही रहे थे कि दूसरे गुट के लोग उग्र होकर कब्रिस्तान की ओर बढ़ने लगे. पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया. इस पर लोगों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग हंगामा जरूर कर रहे थे, लेकिन पत्थरबाजी नहीं की गयी. लोगों का कहना है कि इसी बीच एसडीओ ने अपने बॉडीगार्ड को फायर करने का आदेश दे दिया. एसडीओ के आदेश पर बॉडीगार्ड ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इसमें एक की मौत हो गयी, वहीं तीन घायल हो गये.
दो गुटों के बीच विवाद को सुलझाने गये थे डीएम व एसएसपी
दोनों गुटों के साथ बैठक कर विवाद को सुलझाया जा रहा था. इसी बीच छह-सात सौ लोगों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. स्थिति पर नियंत्रण के लिए पहले लाठीचार्ज फिर आंसू गैस छोड़ा गया. इसी बीच एक रोड़ा एसडीओ सदर के बॉडीगार्ड को लग गया. उसने बिना किसी के आदेश पर कारबाइन से फायर कर दिया. रैपिड फायर में 25 राउंड गोली चल गयी. इसमें एक युवक की मौत हो गयी. वहीं दो बच्चे व एक महिला को गोली लगी है. मृतक के परिजन को 11 लाख रुपये व उसकी विधवा को प्रतिमाह 11 हजार रुपये दिये जायेंगे.
डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम
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