एमसीआइ का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर गिर सकती है गाज 145 डाक्टरों की कमी पर जताया एतराजएमसीआई ने प्राचार्य का भेजा पत्रप्रतिनिधि, दरभंगा. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर कभी भी गाज गिर सकती है. एमबीबीएस नामांकन में 90 से 100 सीटों पर की गयी वृद्धि पर लागू होगा. एमसीआइ ने सात दिन पूर्व प्राचार्य को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगले तीन माह के भीतर डाक्टरों के खाली पद नहीं भरे गये तो वृद्धि की गयी सीटों को वापस ले लेगी. एमसीआइ के मानक के अनुसार डीएमसीएच में एमबीबीएस के 100 सीटों के शिक्षण व्यवस्था के लिए करीब 20 प्रतिशत शिक्षकों की कमी है. इसको लेकर डीएमसीएच से लेकर पटना तक स्वास्थ्य विभाग में हलचल बढ़ गयी है. शिक्षकों की कमीएमबीबीएस के 100 छात्रों को पढ़ाने के लिए कुल 290 स्वीकृत पद है. इसमें मात्र 145 शिक्षक ही कार्यरत है. जबकि आधे शिक्षकों के पद कई सालों से रिक्त पड़े हैं. इसमें सबसे अधिक सह प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पद खाली हैं. इसके अलावा प्रोफेसर के 17 और ट्यूटर के 8 पद खाली हैं. गायनिक विभाग में 12 रिक्त पदरिक्त पदों में सबसे अधिक 21 पद सर्जरी विभाग में है. इसके अलावा गायनिक विभाग मेंं 18, मेडिसिन में 15, शिशु रोग विभाग में 11 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इसके अलावा अन्य 20 विभागों में भी शिक्षकों के एक से पांच-पांच पद रिक्त हैं. 10 सीटों की कब हुई वृद्धिसरकार की मांग पर 2013 मेंं एमसीआइ ने 90 से 100 सीटों के नामांकन पर मुहर लगा दी थी. इसके साथ ही शर्त दिया गया था कि 100 सीटों के मानक पर पठन पाठन का यथाशीघ्र पुख्ता इंतजाम करेंगे. इसके बाद एमसीआइ का इन वर्षों में तीन बार टीम का डीएमसीएच में निरीक्षण हुआ. टीम के तीनों निरीक्षण में डाक्टरों की कमी पाया गया. निरीक्षण रिपोर्ट में हर बार इस कमी पर एमसीआइ ने एतराज जताया था. डीएमसीएच के डा. आरके सिंहा ने एमसीआई के पत्र भेजे जाने की पुष्टि की है. जिसमें शिक्षकों की कमी बताया है.
एमसीआइ का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर गिर सकती है गाज
एमसीआइ का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर गिर सकती है गाज 145 डाक्टरों की कमी पर जताया एतराजएमसीआई ने प्राचार्य का भेजा पत्रप्रतिनिधि, दरभंगा. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर कभी भी गाज गिर सकती है. एमबीबीएस नामांकन में 90 से 100 सीटों पर की गयी वृद्धि पर लागू होगा. […]
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