दरभंगा/मोकामा : मोकामा नाजरेथ अस्पताल परिसर स्थित बाल सुधार गृह से शुक्रवार की रात फरार हुईं सात लड़कियों में से छह को शनिवार की देर रात दरभंगा में बरामद कर लिया गया. दरभंगा के वरीय आरक्षी अधीक्षक बाबू राम ने उनकी सकुशल बरामदगी की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने दरभंगा जिले के सकतपुर थाना क्षेत्र के गंगौली गांव से छह लड़कियों को बरामद कर लिया है. पीिड़ताओं में से एक इसी गांव की रहने वाली है. बेनीपुर एसडीपीओ सोमेश्वर चौधरी के नेतृत्व में इन लड़कियों को दरभंगा लाया जा रहा है. फिर कड़ी सुरक्षा में वापस मोकामा भेजा जायेगा.
शुक्रवार की रात करीब दो बजे सात संवासिनें मोकामा नाजरेथ अस्पताल से बाथरूम की खिड़की तोड़ कर पीछे के रास्ते से फरार हुईं थीं. उनमें मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की चार गवाह भी थीं. गृह के बाहर तकरीबन 10 फुट ऊंची बाउंड्री है, जिसे दुपट्टा के सहारे फांद कर लड़कियां फरार हो गयीं. शनिवार की सुबह में वार्डन की नजर खिड़की की टूटी जाली पर पड़ी तो अनहोनी की आशंका पर उन्होंने प्रबंधन को इसकी जानकारी दी. जांच में सात किशोरियों के फरार होने का पता चला, जिसके बाद तत्काल इसकी सूचना मोकामा पुलिस को दी गयी. थाने में बालिकाओं
की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. तुरंत ही आसपास के wथानों को अलर्ट किया गया. सूत्रों के मुताबिक गृह के बाहर मेन गेट पर महिला पुलिसकर्मियों को लगाया गया था. इसका फायदा उठाकर सात बालिका पीछे के रास्ते से भाग निकली थीं. इस घटना के बाद पुलिस व प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था.
मालूम हो कि मुजफ्फपुर बालिका गृह में यौन शोषण का मामला उजागर होने के बाद कुल नौ संवासिनों को मोकामा बालिका गृह में शिफ्ट किया गया था. इसमें पांच मानसिक रूप से बीमार थी.
पुलिस-प्रशासन में दिन भर रहा हड़कंप
बालिका गृह कांड की गवाहों के फरार हो जाने की घटना को लेकर शनिवार को पूरे दिन से लेकर रात तक पुलिस-प्रशासन में हड़कंप रहा. पटना के डीएम कुमार रवि, डीआइजी राजेश कुमार, एसएसपी गरिमा मल्लिक समेत कई अधिकारियों ने पूरे दिन कैंप किया और घटना की छानबीन की. फरार बालिकाओं की बरामदगी के लिए टीम बनायी गयी. बालिका गृह की संचालिका, सुरक्षा में लगी पुलिसकर्मियों से भी कई चरणों में पूछताछ हुई.
- दरभंगा के एसपी बाबू राम ने की पुष्टि, कहा-सकतपुर थाना क्षेत्रके गंगौली में िमलीं लड़कियां
- मोकामा नाजरेथ अस्पताल से ग्रिल काटकर फरार हुई थीं लड़कियां दुपट्टा बांध बाउंड्री को पार िकया
- संवासिनों के गायब होने के बाद मचा था हड़कंप, वापस मोकामा भेजी जायेंगी सभी लड़कियां
कानून व्यवस्था पर पूरा नियंत्रण होने का प्रमाण : डीजीपी
मोकामा के शेल्टर होम से फरार हुई सात में से छह लड़कियों को 15 घंटे में ही बरामद कर पुलिस ने कानून व्यवस्था पर पूरा नियंत्रण होने का प्रमाण दिया है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इसे बड़ी सफलता बताते हुए पुलिस टीम को शाबाशी दी है. रात में ही सरकार में बैठे लोगों को इस सफलता की सूचना दी गयी. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि पुलिस ने बड़ी तत्परता से काम किया है. दरभंगा से छह लड़कियों को बरामद कर लिया गया है. एक लड़की की बरामदगी सुबह तक होने की उम्मीद है. पूरे मामले की जांच भी जारी है. घटना के लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले की चार गवाह सहित सात लड़कियों के फरार होने की खबर शनिवार को जैसे ही फैली गृह विभाग में हड़कंप मच गया. विपक्ष के हमलावर होने के कारण पुलिस पर और भी दबाव बढ़ गया. डीजीपी ने लड़कियों की बरामदगी के लिए विशेष टीमों का गठन किया. सभी जोनल आइजी को अपने- अपने जोन में नाकाबंदी कराकर तलाशी लेने के आदेश दिये थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के पुलिस मुख्यालय में डीजीपी और हर दो घंटे पर कार्रवाई का अपडेट ले रहे थे. कानून व्यवस्था को लेकर हुई वीडियो कान्फेंस में भी जोनल आइजी, डीआइजी और एसएसपी से जानकारी ली गयी. रात करीब नौ बजे डीजीपी को सूचना दी गयी कि सात में से छह लड़कियों को दरभंगा से बरामद कर लिया गया है. इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने राहत की सांस ली.
बालिका गृह कांड : साकेत कोर्ट में पेशी के बाद तिहाड़ भेजे गये आरोपित, कल सुनवाई
नयी दिल्ली (ब्यूरो). बालिका गृह कांड में दिल्ली स्थित साकेत के विशेष पोस्को अदालत में सभी आरोपियों की पेशी शनिवार को हुई. विशेष पोस्को न्यायाधीश सौरभ कुलश्रेष्ठ के सामने आरोपितों की पेशी होने के बाद सभी को तिहाड़ जेल भेज दिया गया. मामले की अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी.
सख्त सुरक्षा के बीच मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित अन्य आरोपियों मधु, मोहम्मद शाहिल उर्फ विकी, रामानुज, दिलीप वर्मा और रामशंकर और अश्विनी और कृष्णा कुमार राम अदालत के सामने पेश हुए. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई बिहार से दिल्ली हस्तांतरित करने का आदेश देते हुए 6 महीने में मामले की सुनवाई पूरी करने का आदेश दिया था. कुछ दिनों पहले ही इस मामले के सारे दस्तावेज बिहार की अदालत से साकेत की विशेष पोस्को अदालत को सौंपे गये थे.
मधुबनी से लापता लड़की का सात माह बाद भी सुराग नहीं
मधुबनी. बालिका गृह से पिछले साल 11 जुलाई की रात को लापता नाबालिग लड़की का अब तक कोई सुराग पुलिस को नहीं लग सका है. बालिका गृह से लापता उक्त लड़की मुजफ्फरपुर के बालिका गृह से स्थानांतरित की गयी उन 14 लड़कियों में से एक थी, जिसे मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के उजागर होने के बाद मधुबनी बालिका गृह लाया गया था. इस लिहाज से यह इस कांड की गवाह थी. इस संबंध में बालिका गृह की अध्यक्षा आलिया खुर्शीद ने 12 जुलाई, 2018 को नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
इसमें कहा गया था कि सुबह 7 बजे बालिका गृह निरीक्षण केदौरान गृह कर्मियों को पता चला था कि एक 13 वर्षीय बालिकागायब है, जो गूंगी है. अगले दिन 13 जुलाई को सदर डीएसपी कामनी वाला व नगर थानाध्यक्ष अरूण कुमार राय ने बालिका गृह का निरीक्षण किया था. बालिका गृह से लापता नाबालिग लड़की के अनुसंधान के संबंध में नगर थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक अरूण कुमार राय ने बताया कि अनुसंधान चल रहा है. अभी लापता लड़की का अता पता नहीं चल रहा है. मामला संदिग्ध लगता है. गहन छानबीन चल रही है.