बेनीपट्टी : निगरानी ने शनिवार को बेनीपट्टी के पुलिस इंस्पेक्टर विनोद कुमार को 11 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर मधवापुर थाना से जुड़े एक मामले में केस को ठीक करने के लिए घूस ले रहे थे. इंस्पेक्टर को पकड़ने के बाद निगरानी की टीम पटना लेकर रवाना हो गयी. बताया जाता है कि इस दौरान निगरानी की टीम ने उन्हें एक-दो थप्पड़ भी जड़ दिये. निगरानी के हाथों दबोचे जाने के बाद विनोद कुमार फूट-फूट कर रो रहे थे.
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बेनीपट्टी के पुलिस इंस्पेक्टर को 11 हजार रिश्वत लेते िनगरानी ने दबोचा
बेनीपट्टी : निगरानी ने शनिवार को बेनीपट्टी के पुलिस इंस्पेक्टर विनोद कुमार को 11 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर मधवापुर थाना से जुड़े एक मामले में केस को ठीक करने के लिए घूस ले रहे थे. इंस्पेक्टर को पकड़ने के बाद निगरानी की टीम पटना लेकर रवाना हो गयी. बताया जाता है […]
जानकारी के अनुसार, सुबह करीब दस बजे निगरानी के पीएन सिंह के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम बेनीपट्टी इंस्पेक्टर के आवास सह कार्यालय के बाहर पहुंची. इस दौरान मधवापुर दुर्गापट्टी निवासी देवेंद्र मिश्र को 11 हजार रुपये देकर कार्यालय में भेजा गया. देवेंद्र मिश्र रुपये लेकर इंस्पेक्टर कार्यालय गये, लेकिन वे मौजूद नहीं थे. कार्यालय के कर्मी सिद्धार्थ कुमार ने इंस्पेक्टर के बाहर ही घूमने की जानकारी दी. देवेंद्र बाहर निकले तो सड़क के पास ही इंस्पेक्टर विनोद कुमार मिल गये. यहीं पर देवेंद्र मिश्र ने उनसे बात की और 11 हजार रुपये देकर वापस टीम के पास आ गये.
उधर, विनोद कुमार पैसे लेकर अपने आवास गये. जहां पीछे से आकर निगरानी की टीम ने उन्हें नोट के साथ पकड़ लिया. जानकारी के अनुसार, मधवापुर थाना में कांड संख्या 76/16 के तहत 14 नवंबर को देवेंद्र मिश्र ने गांव के ही राजदेव मिश्र व संजीव मिश्र पर मारपीट कर जख्मी कर देने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मामला जांच के लिए इंस्पेक्टर के पास आया था. देवेंद्र मिश्र ने रुपये देकर इंज्यूरी रिपोर्ट को सही करने की बात इंस्पेक्टर से की थी.
इसके लिए इंस्पेक्टर अधिक रकम की मांग कर रहे थे. इसकी जानकारी देवेंद्र ने निगरानी विभाग को दी.
कार्यालय सह अावास से रंगेहाथ िकया गया िगरफ्तार
मधवापुर के एक केस की इंज्यूरी रिपोर्ट सही करने
के लिए ले रहे थे घूस
केस का सुपरविजन कर रहे थे इंस्पेक्टर विनोद कुमार
गिरफ्तारी के बाद फूट-फूट कर रोने लगे इंस्पेक्टर
तीन दिन से बेनीपट्टी में थी टीम
निगरानी की टीम तीन दिन से बेनीपट्टी में थी. टीम ने पहले मामले की जानकारी ली. जब सच्चाई का पता चल गया, पीएन सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर को ट्रैप करने की रणनीति बनायी. पेशगी के तौर पर शनिवार को 11 हजार रुपये देवेंद्र मिश्र के हाथों इंस्पेक्टर को दिया गया. जब इंस्पेक्टर सड़क पर देवेंद्र से रिश्वत के पैसे लेकर अपने आवास सह कार्यालय गये तो पीछे से टीम ने उन्हें दबोच लिया. एसपी दीपक बरनवाल ने बताया कि गलत करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई तय है.
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