मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण जिला में बकाया वेतन सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर मोतिहारी चीनी मिल प्रबंधन के विरुद्ध गत 10 अप्रैल को कथित तौर पर आत्मदाह करने वाले दूसरे चीनी मिल मजदूर ने भी बीती रात्रि इलाज के क्रम में पटना मेडिकल कालेज अस्पताल (पीएमसीएच) में दम तोड़ दिया. पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने बताया कि मृतक का नाम सूरज बैठा (50) है और पोस्टमार्टम किए जाने के बाद शव को पूर्वी चंपारण लाया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि मोतिहारी चीनी मिल मजदूर यूनियन के महामंत्री और इस मिल में कार्यरत नरेश कुमार श्रीवास्तव (50) की मौत गत 11 अप्रैल की सुबह पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गयी थी. अपने बकाया वेतन सहित अन्य मांंगों को लेकर मोतिहारी चीनी मिल मजदूर यूनियन द्वारा गत 10 अप्रैल को आंदोलन और आत्मदाह की धमकी दी गयी थी और उसी दौरान नरेश और सूरज के कथित तौर पर अपने शरीर में आग लगा लिये जाने से उनके गंभीर रुप से झुलस जाने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया था.
इस मामले में पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी के अंचल अधिकारी चौधरी वसंत कुमार सिंह द्वारा स्थानीय थाना में 35 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी जिसमें 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
नरेश के इलाज दौरान उनकी पत्नी पूर्णिमा देवी ने पीएमसीएच पुलिस को दिए गए बयान कि चीनी मिल मालिक विमल नोमानी और मिल प्रबंधक आरपी सिंह ने अपने गुर्गों के जरिए आंदोलन के दौरान उनके पति के शरीर आग लगवाया था, जिसके आधार पर इस मामले में एक दूसरी प्राथमिकी दर्ज करते हुए इनमें से सिंह को गत 16 अप्रैल को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया था. चीनी मिल मालिक अभी भी फरार है.
पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने गत 10 अप्रैल को इन लोगों के आत्मदाह करने में दुसरों आंदोलनकारियों का हाथ होने की संभावना को खारिज नहीं किया था. राणा ने बताया कि मिल प्रबंधक आरपी सिंह से पूछताछ किए जाने के लिए उन्हें रिमांड पर लिए जाने की प्रक्रिया जारी है.
उन्होंने कहा कि सूरज बैठा के परिजनों ने भी पीएमसीएच पुलिस को बयान दिया है. सूरज को चीनी मिल मालिक और प्रबंधक ने षडयंत्र करके आंदोलन के दौरान अपने गुर्गों के जरिए उनके शरीर में आग लगवा दिया जिससे वे बुरी तरह झुलस गए. दस अप्रैल को आंदोलनकारियों को जिलाधिकारी से वार्ता के लिए उन्हें लेने आंदोलन स्थल पुलिस पहुंची तो पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया तथा पुलिस जीप को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. जिसमें छतौनी थाना के पुलिस इंस्पेक्टर विजय यादव समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.