मोतिहारी : वर्ष 2016 अपनी खट्टी-मिठ्ठी यादों के साथ विदा हो रहा है, परंतु इस वर्ष ने चंपारण को केविवि के रूप में एक ऐसा तोहफा दिया है, जिसे चंपारण सहित संपूर्ण बिहारवासी याद रखेंगे. इस उपलब्धि ने देश के मानचित्र पर मोतिहारी को रेखांकित कर दिया है. महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में 2016 में जिले को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मिली.
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र का उद्घाटन चार अक्तूबर 2016 को हुआ. उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह व केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की उपस्थिति ने इस दिन को ऐतिहासिक बना दिया. कारण कि चंपारणवासियों का वर्षों का सपना इस दिन साकार हुआ. केविवि की स्थापना से एक ओर जहां छात्रों का पलायन रुका वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा गुणवत्तापूर्ण माहौल भी कायम हुआ.
पहले वर्ष केंद्रीय विश्वविद्यालय के 14 विषयों में 317 छात्रों का नामांकन इंट्रेंस एक्जाम के आधार पर हुआ. इन छात्र-छात्राओं को 11 राज्यों से आये 66 प्राध्यापकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करायी जा रही है. हालांकि सबसे कम समय में केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ाई शुरू करने का श्रेय विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ अरविंद अग्रवाल को जाता है.