मोतिहारी : शहर से सटे कोटवा में एक लाख लीटर क्षमता वाले डेयरी प्लांट की स्थापना होगी. इस पर करीब 36 करोड़ खर्च होंगे. केंद्र, राज्य व संबंधित डेयरी के सहयोग से निर्मित होने वाले इस प्लांट के लिए केंद्र से करीब 10 करोड़ रुपये कम्फेड को प्राप्त हो गया है. पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के अलावा गोपालगंज को भी कोटवा डेयरी प्लांट से दूध की आपूर्ति की जायेगी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन से पांच एकड़ जमीन की मांग की गयी थी,
इसमें कोटवा एनएच किनारे करीब चार एकड़ जमीन उपलब्ध हुई है. जमीन मिलने के दो वर्ष के अंदर डेयरी प्लांट से लोगों को दूध की आपूर्ति आरंभ कर दी जायेगी. इधर अपर समाहर्ता अरशद अली ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया पूरी कर डेयरी को जमीन दी जायेगी तो अभी प्रक्रिया में है.
गोपालगंज व चंपारण में खपत होगी 70 हजार लीटर दूध : कोटवा में डेयरी प्लांट स्थापना के बाद पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के अलावा गोपालगंज जिले के विभिन्न गांवों से करीब एक लाख लीटर दूध वसूली का लक्ष्य रखा गया है. दूध वसूली के बाद चिलिंग और पैकिंग कार्य कोटवा से ही की जायेगी. पूर्वी चंपारण जिले में अभी 20 हजार लीटर दूध की खपत है. ऐसे में 60-70 हजार लीटर तीनों जिला में दूध खपत होगी. शेष दूध को डिमांड के अनुसार अन्य जिलों को भी दिया जा सकता है. केंद्रीय कृषि सह किसान सलाहकार मंत्री राधामोहन सिंह ने उक्त प्लांट के निर्माण की घोषणा की थी जो अब धरातल पर उतरने लगा है.
किसानों को मिलेगा लाभ : कोटवा में डेयरी प्लांट की स्थापना से तीन जिलों के किसानों को समय से दूध के पैसे का भुगतान के साथ पशुपालन के लिए डेयरी द्वारा चलायी जानेवाली योजना का लाभ मिलेगा. उपभोक्ताओं को समय से दूध की आपूर्ति की जा सकेगी. अभी मुजफ्फरपुर व पटना से गोपालगंज व पश्चिमी चंपारण जिले में दूध पहुंचाने में विलंब हो जाती है.
डेयरी प्लांट के लिए कोटवा में जमीन मिलने केे साथ निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा. 10 करोड़ का आवंटन भी मिला है. 36 करोड़ का प्रोजेक्ट है. जमीन मिलने के साथ दो वर्ष में कार्य पूरा होगा. गोपालगंज व दोनों चंपारण को दूध की आपूर्ति की जायेगी.
विजय कुमार, एमडी, तिरहुत
तीन जिलों के किसानों को मिलेगा लाभ
पूर्वी व पश्चिमी चंपारण व गोपालगंज को होगी दूध की आपूर्ति
डेयरी निर्माण के लिए कम्फेड को मिले 10 करोड़
एक लाख लीटर का होगा प्लांट
जमीन मिलने के साथ दो वर्ष में होगा निर्माण
कोटवा एनएच किनारे हो रही जमीन की खोज
केंद्रीय कृषि मंत्री की पहल