मोतिहारी : दरभंगा में सड़क निर्माण कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या में उत्तर बिहार के मोस्ट वांटेड मुकेश पाठक का नाम आने के बाद मोतिहारी पुलिस अलर्ट हो गयी है. मुकेश मोतिहारी के मेहसी थाना अंतर्गत मरूआबाद गांव का रहने वाला है. इसकों लेकर मेहसी पुलिस को उसके गांव सहित आसपास के इलाकों में विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
पुलिस को आशंका है कि दरभंगा में इंजीनियर की हत्या के बाद मुकेश पाठक मेहसी व उसके आसपास के इलाके को सुरक्षित ठिकाना बना सकता है. मेहसी थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मुकेश के गांव सहित आसपास के इलाकों पर नजर रखी जा रही है. वह इस इलाके में कदम रखेगा तो बचकर नहीं निकलेगा. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि मुकेश के मरूआवाद स्थित घर पर कोई नहीं रहता. उसके पिता ललन पाठक व मां दोनों का निधन हो चुका है.
उसके सौतेले भाई है, जो रांची में कही पर रहते है. उसके घर खंडहर बना हुआ है. यहां बताते चले कि वर्ष 2003 में जमीनी विवाद में अपने चाचा प्रेमनाथ पाठक की हत्या कर मुकेश ने अपराध जगत में कदम रखा. चाचा के हत्या के आरोप में गिरफ्तार होकर जेल गया. वहीं पर उसकी मुलाकात जेल में बंद नक्सली संतोष झा से हुई.
जेल में छह-सात साल रहने के बाद जमानत पर छुटा, उसके बाद 2010 में मुकेश ने मेहसी हरपुरनाग पंचायत के मुखिया सुषमा देवी के पति चुन्नु ठाकुर की मेहसी प्रखंड कार्यालय परिसर में करबाइन से गोली मार हत्या कर अपराध जगत में अपना धाक जमा लिया. चुन्नु ठाकुर की हत्या का विरोध करने वाले चकिया के जिला पार्षद दंपत्ति संजीव कुमार उर्फ टिंकु सिंह व उनकी पत्नी मधुबाला सिंह की हत्या में भी उसका नाम आया था.