जल जीवन हरियाली अभियान से जुड़ी योजनाओं की हुई समीक्षा
फसल कटाई के लिए अनुदानित दर पर किसानों को मिलेगा यंत्र
मोतिहारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि खेतों में फसल अवशेष जलाना गलत है. इसे अधिकारी गंभीरता से लें और उसे बंद कराएं. बुधवार की शाम समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन भवन के सभागार में अधिकारियों के साथ जल जीवन व हरियाली अभियान से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुये कहा कि किसानों के फसल कटाई के लिए अनुदानित दर पर चार यंत्रें मिल रहीं हैं, जिसे प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है.
खेतों में फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण संकट और प्रदूषण बढ़ रहा है, ऐसा तो नहीं है कि फसल अवशेष जलाने का सुझाव बाहर से कंबाइंड हार्वेस्टर लानेवाले लोग ही तो नहीं दे रहे हैं. उन्होंने पूर्वी चंपारण में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के प्रति लोगों को आकर्षित करने के लिए काम करने का निर्देश दिया.
विभिन्न जगहों पर दिन के वक्त बेवजह स्ट्रीट लाइट और सड़कों के किनारे लाइट जलने पर भी रोक लगाएं. जलस्रोतों के सृजन व सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया. कहा कि सार्वजिनक कुओं, चापाकल, आहर व पाइन के जीर्णोद्धार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. नलकूपों, कुओं एवं चापाकल के किनारे सोख्ता निर्माण पर जोर दिया.
जैविक खेती व टपकन सिंचाई पर हुई चर्चा : बैठक में जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई, सौर ऊर्जा उपयोग को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा की बचत, हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली नालियां, राज्य में बचे सभी संपर्कविहीन बसावटों को पक्की सड़क से जोड़ना, शौचालय निर्माण घर का सम्मान, बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम,ऊर्जा विभाग (वित्तीय वर्ष 2019-20) की गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी.
मानव शृंखला में शामिल होने की अपील : मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों से 19 जनवरी को जल-जीवन-हरियाली अभियान एवं नशामुक्ति के पक्ष में और बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बननेवाली मानव शृंखला में शामिल होने का आग्रह किया. कहा कि सबों के सहयोग से इन बुराईयों का खात्मा किया जा सकेगा. सबों से अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को मानव शृंखला में शामिल होने के लिए प्रेरित करने की बात कही.
जनप्रतिनिधियों की सुनीं शिकायतें
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों की समस्याएं भी सुनी और शीघ्र निबटारा करने का भरोसा दिलाया. अपने-अपने क्षेत्रों की ज्वलंत समस्याओं से मुख्यमंत्री को विधायकों ने विस्तार से अवगत कराया.
बैठक में थे ये शामिल : इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री एवं मोतिहारी जिले के प्रभारी मंत्री श्री विनोद नारायण झा, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार, सहकारिता विभाग के मंत्री राणा रणधीर सिंह, सांसद संजय अग्रवाल, विधायक राजू तिवारी, सचिंद्र प्रसाद सिंह, डॉ राजेश कुमार, लालबाबू गुप्ता, रामचंद्र सहनी, अजय कुमार, विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय, सतीश कुमार, वीरेंद्र नारायण यादव, डॉ खालिद अनवर, बबलू गुप्ता, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, तिरहुत प्रमंडल आयुक्त पंकज कुमार, चंपारण प्रक्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक ललन मोहन प्रसाद, जिलाधिकारी रमण कुमार, पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आरके महाजन थे ऑनलाइन : इस दौरान पटना से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन सहित अन्य अधिकारी ऑनलाइन थे. योजनाओं की समीक्षा में अपना भरपूर सहयोग करते रहे और अपनी जिम्मेवारी का निर्वाहन करते रहे.