प्राथमिकी में नाजिर विनय के साथ शहाबुद्दीन भी बने आरोपी
धावा दल एक के गिरफ्तारी के बाद दूसरे की कर रही थी खोज
निगरानी के कार्रवाई का दहशत ढाका से मोतिहारी तक कायम
मोतिहारी :सिकरहना अनुमंडल मुख्यालय ढाका निगरानी द्वारा गिरफ्तारी व प्राथमिकी के बाद नये तथ्य सामने आ रहे हैं. मामले को ले शनिवार को भी अनुमंडल में चर्चाएं होती रही कि विनय तो गिरफ्तार हुए लेकिन इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी भी हो पायेगी?
निगरानी धावा दल के मणिकांत सिंह पांच अगस्त को चिरैया माधोपुर के सिद्दीकी के आवेदन की ढाका में पहुंच जांच की. प्राथमिकी के अनुसार जांच के क्रम में विनय सिंह के साथ उर्दू अनुवादक शहाबुद्दीन भी थे. रिपोर्ट सौंपने के बाद निगरानी का धावा दल छह अगस्त को ढाका पहुंचा, लेकिन दोनों में किसी के न मिलने पर टीम लंबे इंतजार के बाद वापस लौट आयी.
संभव है कि मोतिहारी में रही होगी. कहते हैं कि मामले की सत्यता और संबंधित कर्मी कार्यालय पहुंचे या नहीं इसको ले आवेदक को अनुमंडल कार्यालय भेजा गया और टीम के सदस्य कार्यालय से दूर गाड़ी लगाकर पैदल की फोन का इंतजार कर रहे थे. फोन मिलने के बाद धावा दल ने नाजीर विनय कुमार सिंह को धर दबोचा. लेकिन मणिकांत सिंह के साथ डिलिंग के समय उपस्थित शहाबुद्दीन पकड़ से बाहर है, जिसकी खोज में निगरानी के अधिकारियों ने की. मामला था 144 खारिज हो गया है. 145 में आपकी मदद करेंगे. साहब से भी बात हुई है.
गिरफ्तारी के बाद प्राथमिकी में उर्दू अनुवादक शहाबुद्दीन को भी अभियुक्त बनाया गया है. प्राथमिकी के अनुसार आवश्यकता हुई, तो एक अधिकारी के भी मामले में पूछताछ की जा सकती है. प्राथमिकी में कई अन्य रहस्य भी है, जिसकी परत कार्रवाई के साथ खुलेगी. कुल मिलाकर निगरानी का दहशत ढाका के अलावा मुख्यालय मोतिहारी के कार्यालयों में भी छाया हुआ है.