मोतिहारी : नर्सिंग प्रशिक्षण विद्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब नर्सिंग प्रशिक्षण विद्यालय की छात्राएं स्नान कर रही थी. उसी वक्त करीब छह मनचले लडके उस कैंपस में प्रवेश कर स्नान कर रही छात्राओं को देखने लगे. एकाएक छात्राओं ने नजर उन मनचलों की तरफ पड़ी. हंगामा मचने लगा. कैंपस में मौजूद गार्ड व कर्मचारी दौड़ कर पहुंचे तब तक सभी भाग खड़े हुए. छात्राओं ने विरोध स्वरूप सदर अस्पताल की दोनों शिफ्टों की ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया और सुरक्षा को ले सिविल सर्जन को एक आवेदन दिया.
आवेदन में बताया है कि दो मंजिला इस इमारत पर आज पानी नहीं चढ़ाया गया. नतीजन छात्राएं नीचे उतर कर छह बजे स्नान करने पहुंची. उनकी सदर अस्पताल में आठ बजे से दो बजे तक ड्यूटी थी. इसी बीच पांच-छह लड़के नर्स हास्टल में प्रवेश कर गये. छात्राओं की नजर पड़ते चिल्लकर भागने लगी. अफरा-तफरी की आवाज सुन ईर्द-गिर्द के लोग व कर्मचारी व अधिकारी पहुंच गये. इस बीच सभी मनचले भाग खड़े हुए.
महफूज नहीं है नर्सिंग स्कूल की छात्राएं: नर्सिंग होम की छात्रावास कही से सुरक्षित नहीं है. सामने से बाउंड्री है लेकिन पिछले हिस्से में जंगल-झाड़ी है. इस हाकर मनचले लड़के कभी भी प्रवेश कर सकते है. जबकि एक सिक्यूरिटी गार्ड तैनात है. वही भी मेन गेट पर. पिछले हिस्से से जंगल होने के कारण किसी के आने की संभावना नहीं बनती.
ड्यूटी के समय मनचले कसते हैं फब्तियां: नर्सिंग विद्यालय से महज 100 गज की दूरी पर सदर अस्पताल है. छात्राएं सुबह आठ बजे ड्यूटी पर जाती है तो नर्सिंग विद्याल के बाहर खड़े लड़के फब्बतियां कसते है. जब दो बजे ड्यूटी समाप्त होती है तो मनचले वहां खड़ा होकर फब्बतियां कसते है. यह क्रम दो बजे व रात्रि आठ बजे तक जब ड्यूटी समाप्त कर छात्राएं हास्टल लौटती है तब. छात्राओं ने पुलिस गश्त की भी मांग की है.
नर्सिंग छात्राओं ने किया दोनों शिफ्ट कार्य का बहिष्कार
स्वास्थ्य सेवा पर पड़ा असर, उठायी सुरक्षा की मांग
मनचले युवकों की संख्या थी करीब आधा दर्जन
छात्रावास से ड्यूटी जाने में भी होती है परेशानी
क्या कहते हैं अधिकारी
छात्राओं ने आवेदन दिया है. इसके सुरक्षा व्यवस्था को ले पुलिस को आवेदन दिया जायेगा. ताकि पुलिस गश्त बढ़ायी जाये और इस तरह की वारदात न हो.
डा प्रशांत कुमार, सिविल सर्जन, पूर्वी चंपारण