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मृतकों के नाम उठा ली राशि

ओडीएफ. ऑनलाइन सूची से हुआ खुलासा, जांच का दिया निर्देश सात मृतकों के नाम पर प्रोत्साहन राशि का हुआ है उठाव पांच-दस वर्ष पूर्व मृत लोगों का भी खोल दिया खाता अरेराज/संग्रामपुर : संग्रामपुर प्रखंड के बरवा पंचायत में मृत लोगों को भी स्वच्छतता अभियान के तहत शौचलय का लाभ दे दिया गया. इसका खुलासा […]

ओडीएफ. ऑनलाइन सूची से हुआ खुलासा, जांच का दिया निर्देश

सात मृतकों के नाम पर प्रोत्साहन राशि का हुआ है उठाव
पांच-दस वर्ष पूर्व मृत लोगों का भी खोल दिया खाता
अरेराज/संग्रामपुर : संग्रामपुर प्रखंड के बरवा पंचायत में मृत लोगों को भी स्वच्छतता अभियान के तहत शौचलय का लाभ दे दिया गया. इसका खुलासा एक वर्ष पूर्व ओडीएफ होने के बाद ऑनलाइन की सूची से हुआ है. आरटीआइ कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह ने डीएम, अनुमंडल पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को आवेदन देकर दोषियों पर कारवाई करने की मांग की है.
आवेदन में बताया गया है कि बरवा पंचायत को ओडीएफ हुए एक वर्ष से अधिक हो गया है. ओडीएफ के बाद खुले में शौचमुक्त होने के लिए जो 650 शौचालय निर्माण के बाद लाभार्थियों का नाम ऑनलाइन किया गया. उस सूची में सात लाभार्थी ऐसे हैं, जिनकी पांच वर्ष पहले ही मौत हो चुकी है. उसके बाद भी पदाधिकारी की मिलीभगत से मृतक के नाम बैंक में फर्जी खाता खोल, बिना शौचालय निर्माण के ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया गया.
ऑनलाइन सूची में अंकित क्रमांक 104 पर वीरेंद्र ओझा पिता पशुराम ओझा की पांच वर्ष पूर्व ही मौत हो गयी है. क्रमांक 120 पर चंद्रिका ओझा पिता शिवशंकर ओझा श्यामपुर की छह वर्ष पूर्व मर चुके हैं. क्रमांक 134 पर डलु राम पिता स्व रामफल राम श्यामपुर की दस वर्ष मृत्यु हो चुकी है. वहीं, क्रमांक 156 पर दुखी साह पिता बलदेव साह बरवा जो दस वर्ष पूर्व मर चुके हैं. क्रमांक 178 पर गुरुजन महतो पिता गंगा महतो श्यामपुर की मौत पांच वर्ष पूर्व हो चुकी है. वही क्रमांक 248 पर खरन पासवान पिता स्व करीमन पासवान श्यामपुर दस वर्ष पूर्व व क्रमांक 441 पर रामचंद्र महतो पिता स्व चिरकुट महतो श्यामपुर आठ वर्ष पहले मृत हो चुके हैं.
इसके बाद भी सरकार के स्वच्छता अभियान को धता बताते हुए ओडीएफ हुए पंचायत में मृत लोगों के नाम से राशि का आवंटन कर दिया गया. अनुमंडल पदाधिकारी विजय कुमार पांडेय ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है. मामला गंभीर है. कार्यपालक दंडाधिकारी को जांच करने को कहा गया है.
परिजनों से वसूली जायेगी राशि
बता दें कि पंचायत को वर्ष 2016 में गांधी जयंती के अवसर पर 650 शौचालय निर्माण कराने के बाद ओडीएफ घोषित किया गया था. आवेदक के अनुसार, आधा दर्जन से अधिक ऐसे लाभार्थी हैं, जिसका दो-दो बार नाम सूची में दर्शाकर प्रोत्साहन राशि का उठाव कर लिया गया है. बीडीओ सुनील कुमार ने कहा कि सूची आने के बाद मृतकों के परिजनों से राशि की वसूली की जायेगी.

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