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श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी

कार्तिक पूर्णिमा . शहर से लेकर गांवों तक के घाटों पर उमड़ी भीड़, भजन-कीर्तन में हुए लीन डुमरियाघाट : कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नदी के डुमरियाघाट पर शनिवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी. साथ ही नदी तट पर दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की गयी. घाट पर भजन-कीर्तन के साथ-साथ […]

कार्तिक पूर्णिमा . शहर से लेकर गांवों तक के घाटों पर उमड़ी भीड़, भजन-कीर्तन में हुए लीन

डुमरियाघाट : कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नदी के डुमरियाघाट पर शनिवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी. साथ ही नदी तट पर दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की गयी. घाट पर भजन-कीर्तन के साथ-साथ अष्टयाम का कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
पौराणिक नदी की मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दीन जो भी श्रद्धालु भक्त यहां स्नान दान करता है. उसकी सारी मन्नत पूरी हो जाती है. ज्यादा भीड़ होने की वजह से एनएच 28 व एसएच 74 पर जाम लगा रहा. वही पुलिस मेले की सुरक्षा के साथ पुल पर भी जाम हटाने में जुटी रही. थानाध्यक्ष अभिनव कुमार दूबे ने बताया कि गंगा स्नान व मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया.
पीपरा. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को सुबह से ही थाना क्षेत्र के बूढ़ी गंडक धनौती नदी के विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. इसी क्रम में ऐतिहासिक स्थल सीताकुंड धाम समीप गंगा पोखर में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने स्नान कर गिरजा नाथ महादेव पर जलाभिषेक किया गया. श्रद्धालु गंगा मैया की जय कार बोल रहे थे.
संग्रामपुर. कार्तिक पूर्णिमा व गंगा स्नान के अवसर पर लाखों श्रद्धालु भक्तों ने स्थानीय गंडक नदी (नारायणी)में डूबकी लगायी. स्नान के बाद भक्तों ने ब्राह्मणों व भिखारियों को दान दिया. इस अवसर पर क्षेत्र के संग्रामपुर बाजार, भवानीपुर बाजार, डुमरिया बाजार, सिकंदरपुर पुल, ऑर्गेना पुल सहित सभी मार्गों पर शनिवार के दिन भर मेला जैसा माहौल बना रहा. क्षेत्र के इजरा, बिनटोली, संग्रामपुर, जोड़ घाट, पुछरिया, भवानीपुर, डुमरिया घाटों पर लाखों श्रद्धालु भक्तों ने गंडक में स्नान कर कोशी भरा व गंगा पूजन किया. सुरक्षा के मद्देनजर थानाध्यक्ष चंदन कुमार, दारोगा कृष्णा राम,राम एकबाली राय, विपिन सिंह व पुलिस बल सैप जवान पुरी तरह मुस्तैद दिखे.
गोविंदगंज. गंडक नदी सहित अन्य घाटों पर लगभग दो लाख श्रद्धालुओं ने शनिवार की सुबह डुबकी लगाकर दान किया. घाट सहित मेला क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर पुलिस बल तैनात थे. मेला क्षेत्र में बनाये गये कंट्रोल रूम में उपस्थित मेला दंडाधिकारी सह सीओ रघुनाथ तिवारी, थानाध्यक्ष राजीव कुमार, बीडीओ अमित कुमार पांडेय मेला की विधि व्यवस्था का जायजा लेते रहे. सुरक्षा को लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी व डीएसपी के निर्देश पर जिला से मंगायी गयी पुलिस बल सहित स्थानीय बल को विधि व्यवस्था को लेकर तैनात किया गया था. मेला में
खिलौने, फर्नीचर, पेड़-पौधों व तरह-तरह दुकानें सजी थी. मलाही थानाध्यक्ष सूरज गुप्ता क्षेत्र के नगदहा, शाखवा व चिंतामनपुर के घाटों की सुरक्षा में लगे हुये थे. वही आरोग्य मेला की तैयारी को लेकर भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील मनी तिवारी अपने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ लगे हुए थे.
केसरिया. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी. इस मौके पर मंदिरों में पूजा-अर्चना की गयी. सबसे ज्यादा भीड़ केशर नाथ मंदिर व ढेकहां स्थित धवल पीठ में रही. सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष संजीव कुमार सुरक्षाबलों के साथ मुस्तैद रहे.
रामगढ़वा. नवकठवा व भलुवहिया लुकही माई स्थान स्थित तिलावे नदी, पीपरपाती व त्रिवेणी स्थित सिकरहना नदी, बंगरी नदी सहित नदियों व तालाबों में लोगों ने आस्था की डुबकी लगायी व अन्न, वस्त्र सहित अन्य सामग्रियों का दान किया गया. इस दौरान मेले का भी आयोजन किया गया था.
रक्सौल. कार्तिक पूर्णिमा के दिन शनिवार को अहले सुबह से लोगों ने स्नान ध्यान कर पूजा पाठ किया. शहर के भकुआ ब्रह्म स्थान पर सुबह में ही सैकड़ों की संख्या में भक्तों की भीड़ स्नान के लिए जमा हो गयी थी. कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही कार्तिक मास का समापन हो गया और अगहन की शुरुआत हो गयी. हिंदू धर्म में कार्तिक महीने का विशेष महत्व होता है. इसलिए इसके समापन पर पूर्णिमा के दिन स्नान व दान का विशेष महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि स्नान के बाद दान से सभी पापों का नाश होता है.
चकिया. गंगा स्नान पर पूरे प्रखंड में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगायी. बूढ़ी गंडक नदी स्थित बारा घाट पर शनिवार की सुबह से ही लोग पहुंचने लगे थे. सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा रोशनी की व्यवस्था की गयी थी. साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने मेले का भी लुत्फ उठाया. गंगा स्नान के लिए ग्रामीण इलाके से श्रद्धालुओं का शुक्रवार शाम से ही जुटना शुरू हो गया था. शास्त्रों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा की शाम भगवान श्री हरि ने मत्सवतार के रूप में प्रकट हुए थे. वही भगवान विष्णु की भी अवतार तिथि होने के कारण इस अवसर पर किये गये दान, जाप का पुण्य दस यज्ञों से प्राप्त होने वाले पुण्य के बराबर माना जाता है.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का उठाया लुत्फ
पताही. प्रखंड के बागमती नदी एवं लालबकेया नदी के खोरीपाकर संगम घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए शुक्रवार की रात्रि तीर्थ यात्रियों के लिये आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन जिले के अभियान एसपी एच एस गौरव ने किया. यहां नेपाल से आयी बागमती एवं लालबकेया नदी का संगम हुआ है और लोग कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करते हैa. श्रद्धालुओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. वही गांव के लाल और सीआरपीएफ के कमांडेंट मुन्ना कुमार सिंह ने अभियान एसपी गौरव का स्वागत करते हुऐ कहा कि समाज के द्वारा बनाये गये सभी रीति रिवाज का अपना वैज्ञानिक कारण भी होता है. मौके पर प्रखंड शिक्षा समिति के अध्यक्ष लालबाबू सिंह, पकड़ीदयाल अनुश्रवण समिति के सदस्य रामबाबू सिंह, आलोक कुमार सिंह, वार्ड सदस्य गया बैठा, बबिता देवी, सचिव सुजीत कुमार सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल थे.

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