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रक्सौल में चीनी की किल्लत!
महाजाम का साइड इफेक्ट. शहर में नहीं आ रहे बड़े वाहन रक्सौल : एनएच-527 डी के खराब रहने व जाम के कारण शहर में बड़े वाहनों को आने में परेशानी हो रही है. इसके कारण हर दिन लोगों की जरूरत की सामग्री की किल्लत शुरू हो गयी है. इस कड़ी में बाजार में चीनी की […]
महाजाम का साइड इफेक्ट. शहर में नहीं आ रहे बड़े वाहन
रक्सौल : एनएच-527 डी के खराब रहने व जाम के कारण शहर में बड़े वाहनों को आने में परेशानी हो रही है. इसके कारण हर दिन लोगों की जरूरत की सामग्री की किल्लत शुरू हो गयी है. इस कड़ी में बाजार में चीनी की किल्लत हो गयी है.
किसी भी होलसेलर के पास दो-तीन बोरे से अधिक चीनी नहीं है. एक-दो खुदरा दुकानदार जिनके पास चीनी है वे दो किलो से अधिक चीनी नहीं दे रहे हैं. उसके साथ ही शर्त लगा रहे हैं कि पूरे महीने भर का राशन उनके यहां से लेने पर ही दो किलो चीनी मिलेगा. सुगौली से रक्सौल की दूरी 28 किलोमीटर है और मालवाहक वाहनों को सुगौली से रक्सौल पहुंचने में छह दिन से अधिक का समय लग रहा है.
रक्सौल शहर में सबसे अधिक बगहा चीनी मिल की चीनी का डिमांड होता है. सुगौली व बगहा में चीनी होने के बावजूद शहर में नहीं पहुंच रही है. इसका कारण कोई भी ट्रक मालिक रक्सौल अपना ट्रक नहीं भेजना चाह रहा है. दिल्ली, कोलकाता, सूरत आदि बड़े शहरों जो ट्रक रक्सौल के लिए चले हैं उन्हें सुगौली से रक्सौल पहुंचने में 15-15 दिन लग चुका है.
व्यवसायियों ने सुनायी व्यथा
शहर के बड़े होलसेलर जगमाल सिंह से पूछा गया कि पांच बोरा चीनी आप दे सकते हैं, तो इसके जबाब में उन्होंने कहा कि मेरे पास एक भी बोरा चीनी नहीं है.
वहीं होलसेलर सुबोध कुमार से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास तीन बोरा बगहा की चीनी है, जिसकी कीमत 44.50 रुपये है. उन्होंने कहा कि कोई भी ट्रक रक्सौल आने को तैयार नहीं है. हमलोग क्या कर सकते हैं. ट्रक का किराया अधिक दे सकते हैं, पर सड़क तो नहीं बनवा सकते. सड़क तो सरकार को ही बनवाना है.
वहीं थोक विक्रेता संजय कुमार ने पूछे जाने पर कहा कि मेरे पास चीनी नहीं है. कोई गाड़ी आने को तैयार नहीं है. बड़े व्यापारी महेश अग्रवाल ने बताया कि वे चीनी मिल से चीनी तो खरीदते हैं, पर खुदरा बेचते हैं. मेरे पास रविवार की शाम से पहले चीनी खत्म हो जायेगी. उन्होंने कहा कि आठ सितंबर को जिलाधिकारी के वॉट्सएप्प पर हमने भेजा था कि सड़क के हाल में सुधार नहीं हुआ, तो रक्सौल शहर में खाद्य पदार्थ की किल्लत हो जायेगी.
बयान
सुगौली व बगहा में है पर्याप्त चीनी रक्सौल लाने का नहीं है कोई उपाय
जर्जर सड़क व जाम के कारण निश्चित रूप से परेशानी है. इसके प्रमुख कारणों में सड़क का खराब होना, एनएच पर जाम लगना, रेलवे फाटक का बंद रहना है. इसे दूर करने के लिए रक्सौल कस्टम व वीरगंज भंसार को राउंड टू क्लॉक काम करा रहे हैं. उम्मीद है एक दो दिनों में स्थिति सामान्य होगी.थोक व्यापारी बोले : किराया अधिक दे सकते हैं, सड़क तो नहीं बनवा सकते.
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