डुमरांव
. नगर परिषद क्षेत्र में लंबे समय से बंदरों के आतंक से परेशान स्थानीय लोगों को अब राहत मिलने वाली है. नगर प्रशासन ने बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया है. अनुमंडल अस्पताल सहित कई इलाकों में बंदरों के उत्पात से लोग त्रस्त थे. नगर परिषद क्षेत्र में बंदरों की संख्या बढ़ने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. बंदर घरों में घुसकर अनाज और फल-सब्जियां उठा ले जाते थे, बच्चों और बुजुर्गों पर हमला कर देते थे, जिससे लोग भयभीत थे. अनुमंडल अस्पताल परिसर में भी बंदरों का झुंड मरीजों और कर्मचारियों के लिए मुसीबत बना हुआ था. नगर परिषद सभापति सुनीता गुप्ता व प्रतिनिधि सुमित गुप्ता ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर नगर परिषद ने बंदरों को पकड़ने के लिए विशेष टीम लगाई है. प्रशिक्षित कर्मियों की सहायता से बंदरों को सुरक्षित तरीके से पकड़कर जंगल में छोड़ा जायेगा. प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील की है और बंदरों को उकसाने या मारने से बचने की सलाह दी है. बंदर पकड़ने के अभियान की शुरुआत होते ही लोगों ने राहत की सांस ली है. स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने कहा, बंदरों के डर से घर की छत पर जाना मुश्किल हो गया था. प्रशासन की इस पहल से अब राहत मिलेगी. वहीं, अनुमंडल अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि बंदरों की वजह से मरीजों को काफी परेशानी होती थी, यह अभियान मरीजों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा. बता दें कि अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा कर्मी अरुण कुमार व सुक्रानी को जख्मी कर दिया था. इसको लेकर प्रभात खबर ने प्रमुखता से खबर छपा था. प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि अभियान के दौरान किसी भी बंदर को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, बल्कि उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है