बक्सर
. गर्मी का मौसम शुरू होते ही शहर और ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती की समस्या बढ़ने लगी हैं. जहां एक ओर बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर समय पर मेंटेनेंस नहीं होने के कारण ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, केवल अप्रैल माह में अब तक 17 ट्रांसफॉर्मर जल चुके हैं, जिससे उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा है.पिछले तीन माह में जनवरी पूरे माह में जिले भर में 13 ट्रांसफॉर्मर जलने की घटना सामने आई थी. वही फरवरी माह में 10 ट्रांसफार्मर जलने की तो मार्च माह में 12 ट्रांसफार्मर जलने की घटना सामने आयी थी. जबकि अप्रैल माह में अभी 16 दिन बाकी है लेकिन 17 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं. अप्रैल माह में ट्रांसफार्मर जलने का मुख्य कारण बताया जा रहा है कि एक तरफ गर्मी बढ़ने के कारण लोड बड़ रहा है. वही दूसरी तरफ जिस ट्रांसफार्मर में तेल की कमी है. वैसे ट्रांसफार्मर भी जल रहे हैं. ट्रांसफार्मर में तेल नहीं डाला जा रहा है. जिस कारण उनके जलने का सिलसिला जारी है. वही दूसरी तरफ ट्रांसफार्मर का अर्थिंग फेल हो चुका है . उसको बदला नहीं जा रहा है. इसी कारण अप्रैल माह में ट्रांसफार्मर जलने की घटना में बढ़ोत्तरी हो रहा है.प्रभावित इलाकों में बिजली संकट
ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हुई हैं.जिन क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर खराब हो जाते उन इलाकों में कभी पांच घंटे तो कभी 10 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही. गर्मी के इस मौसम में बिजली कटौती ने आमजन को परेशान कर दिया है.व्यापारी वर्ग भी इससे खासा प्रभावित हुआ है. विभाग को माने तो शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे में और ग्रामीण क्षेत्रों में तीन दिन में खराब ट्रांसफार्मर को बदल दिया जाता है. लेकिन अधिकांश देखने को मिलता है कि शहरी क्षेत्र में तो 24 घंटे में ट्रांसफार्मर बदल दिया जाता है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद विभाग का चक्कर लगाना पड़ता है. यही नहीं बढ़ती गर्मी को देखते हुए ओवरलोड के नाम पर कहीं चार – घंटे तो कहीं आठ घंटे बिजली काट दिया जाता है. प्रताप सागर फीडर में अधिकांश समय सात से आठ घंटे तक बिजली गुल रहती है. किसी दिन ट्रिप करने के नाम पर तो किसी दिन ओवर लोड के नाम पर तो किसी दिन मेंटेनेंस के नाम पर. जिस कारण उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का पड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है