बक्सर.
बिहार स्थापना दिवस पर बच्चों एवं युवाओं द्वारा सीताराम उपाध्याय संग्रहालय के परिभ्रमण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संग्रहालय प्रभारी डा शिव कुमार मिश्र ने कहा कि बिहार राज्य की स्थापना में बक्सर जिला के मूल निवासी स्वर्गीय डा सच्चिदानंद सिन्हा का अद्भुत योगदान रहा. देश के महान राजनेता डॉ सिन्हा का पैतृक निवास बक्सर जिला के मुरार गांव में ही था. उनके प्रयासों से ही 1912 ईस्वी में बंगाल से अलग होकर पृथक बिहार राज्य की स्थापना हुई. आगंतुकों द्वारा संग्रहालय की पुरातात्विक सामग्रियों के साथ साथ फोटो गैलरी का अवलोकन किया गया. बिहार की पुरातात्विक विरासत पर आधारित फोटो गैलरी को देखकर दर्शकों द्वारा बहुत अधिक सराहना की गयी. फोटो गैलरी में राजा भोज का किला, डुमरांव के बिहारीजी मंदिर, राज परिसर स्थित विरासत भवन, गांधी पुस्तकालय, चौसा युद्धस्थल, बक्सर युद्धस्थल, राजपुर का किला, रानी का कूआं, मंच मंदिर, देवढिया सूर्य मंदिर एवं सिताबपुर की प्राचीन मूर्तियां, अहिरौली मंदिर, बक्सर का किला आदि के अलावा महाबोधि मंदिर, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, वैशाली के स्तूप एवं अशोक स्तंभ, शेरशाह सूरी का रौजा, आरा हाउस,आरा भोजपुर, जगदीशपुर संग्रहालय, गुरु गोविन्द सिंह के हस्तलेख, सोने एवं चांदी से लिखित बुद्ध वचन आदि के चित्रों को देखकर दर्शक आह्लादित थे. इस अवसर पर अनिकेत कुमार, मोहम्मद आशिक, रामरुप ठाकुर,अभिशेष चौबे सहित संग्रहालय कर्मियों ने संग्रहालय परिभ्रमण में सहयोग प्रदान किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है