सिमरी. गंगा की रौद्र रूप से दियरांचल के लोग सहमे हुए हैं.गंगा के जलस्तर में दूसरी बार इजाफा होने से पकडी डेरा,श्रीकांत राय के डेरा,तवक्ल राय के डेरा,राजापुर तौफीर, गांव सहित अन्य तटवर्ती गांव बाढ के पानी से घिर गए हैं.लोगों का कहना है कि पानी बढने की गति यही बनी रही तो अगले एक दो दिनों में दियारे के कई गांव बाढ के चपेट में आ सकते हैं.गंगा के तटीय इलाके के कई गांव के लोग बाढ जैसी आपदा से भयभीत है. श्रीकांत राय के डेरा गांव से बाहर निकलने वाली रास्ता पूरी तरह बाढ के चपेट में आ जाने की वजह से सारे रास्ते बंद हो चूके हैं.हालांकि प्रशासन द्वारा तत्काल छह नाव की परिचालन शूरू करा दिया गया है.दैनिक जरूरतों की खरीदारी करने के लिए लोग नाव से बाजार जाने के लिए विवश हैं.उमेश यादव, कल्याण जी, विपुल ठाकुर, सुरेश यादव, चन्द्रमणी सिंह का कहना है कि बस्ती के चारों तरफ पानी भर जाने के कारण आमजनों के साथ-साथ मवेशियों को भारी परेशानी झेलनी पड रही है. तटवर्ती गांव के लोग अपने सगे संबंधी से संपर्क स्थापित करने में जुटे हुए हैं,ताकि बाढ जैसी आपदा में मदद ली जा सके.परवल उत्पादकों का कहना है कि परवल का फसल में दूसरी बार पानी प्रवेश कर जाने की वजह से परवल का पौधा नष्ट होने के कगार पर हैं.किसानों का कहना है कि बाढ के चपेट में आने से प्रत्येक वर्ष परवल का फसल बर्बाद हो जाता है. राजस्व अधिकारी राहुल सिंह ने गुरूवार को बाढ़ग्रस्त इलाका का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया एवं कई आवश्यक निर्देश दिया.
कहते हैं राजस्व अधिकारी :- राजस्व अधिकारी सह प्रभारी सीओ राहुल सिंह ने बताया कि बाढ जैसी आपदा से निपटने के लिए प्रशासन संकल्पित है. लगातार बाढ की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है.तत्काल छह नावों का परिचालन शूरू करा दिया गया है.बाढ को लेकर प्रभावी इंतजाम किए जा रहे है.उन्होंने लोगों से सत्तर्क व सजग रहने की अपील की है.
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