बक्सर
. नगर में अतिक्रमण को रोकने के लिए पीपी रोड के साथ ही ऐतिहासिक रामरेखाघाट जाने वाली सड़क पर लोहे की बारकेडिंग कराया गया है. जिससे कि कोई भी दुकानदार अपनी दुकानें इस बारकेडिंग के बाहर नहीं लगायेंगे. जिससे सड़क को अतिक्रमण से मुक्त रखा जा सके. लेकिन नगर परिषद के इस सोच पर अतिक्रमणकारी भारी पड़ रहे है. अभी भी प्रतिदिन नगर के पीपी रोड एवं ऐतिहासिक रामरेखाघाट पर दुकानें प्रतिदिन इसके बाद भी सड़क पर सजती है जिससे सड़क पर सुबह से शाम तक वाहनों के संचालन में परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं नगर परिषद की अतिक्रमण के खिलाफ सुस्ती के कारण इन जगाहों के साथ नगर के अन्य सड़कों पर अतिक्रमण कायम रहता है. यह अतिक्रमण दिन में भीड़ भाड़ के समय मे ही होता है जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित होता है. जिस उदेश्य से नगर के जाम एवं अतिक्रमण से मुक्ति के लिए अभियान चलाकर बारकेडिंग किया गया उसका लाभ मिलने की बजाय फिलहाल समस्या और बढ़ गई है. वहीं रामरेखाट रोड एवं घाट पर अतिक्रमण के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस भीषण गर्मी में श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया विवाह मंडप भी दुकानदारों के अतिक्रमण का शिकार हो गया है. इसके साथ ही बेरोक टोक के वाहन सीधे रामरेखाघाट स्थित गंगा घाट पर पहुंच रहे है. जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नगर परिषद नगर की सड़कों पर लगने वाले जाम को देखते हुए सड़क के किनारे बारकेडिंग कराया गया है. जिससे कोई भी दुकानदार इस बारकेडिंग के बाहर अपनी दुकानें नहीं सजायेंगे. लेकिन नगर परिषद की लापरवाही के कारण बारकेडिंग के बाहर ही दुकानें सज रही है. दुकानों का सामान सड़क पर प्रदर्शन किया जाता है. वहीं त्योहार के दौरान ऐतिहासिक एवं धार्मिक महता के कारण रामरेखाघाट पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. रामरेखाघाट का चौड़ी करण के साथ ही बारकेडिंग सड़क पर कराया गया है. जिससे दुकानें इससे बाहर सड़क पर नहीं सजे. लेकिन मुख्य गेट से लेकर घाट पर श्रद्धालुओं के लिए बने विवाह मंडप में दुकानें सज जाने के कारण श्रद्धालुओं को राहत नहीं मिल रही है. वहीं रास्ते पर वाहनों के खड़े होने के कारण पैदल श्रद्धालुओं को गंगा घाट तक आने जाने में परेशानी हो रही है. वाहनों का बन गया है पार्किंग स्थल ऐतिहासिक एवं धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट पर उतरने के साथ ही वाहनों का अवैध पार्किंग स्थल बन गया है. जिससे घाट पर विभिन्न उदेश्यों व स्नान के उदेश्य से आने वाले प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं को घाट पर पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. गंगा के तट पर पहुंचने में परेशानी हो रही है. घाट पर नये विवाह मंडप एवं पुराना विवाह मंडप के बीच खाली जगह व रास्ते में वाहन लग जाते है. वाहन रास्ता पर ही बेतरतीब ढंग से लग जाती है. जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी होती है. प्रशासन व नगर परिषद इसके प्रति गंभीर नहीं दिख रहा है. दुकानों से पटा विवाह मंडप गंगा घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ले घाट पर विवाह मंडप बनाया गया है. जो फिलहाल अतिक्रमण कारियोें के चपेट में है. जिससे घाट पर जुटने वाले श्रद्धालुओं को घाट पर छाया तक नहीं मिल पा रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को इस भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विवाह मंडप लोगों की सुविधा देने की बजाय दुकानदारों के लिए दुकान सजाने का सुरक्षित जगह बन गया है. उनके अतिक्रमण के कारण लोगों को छायादार व रूकने की जगह नहीं मिल पा रही है. जहां खाली जगहों का अभाव हो गया है. जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को इस चिलचिलाती धूप में खड़ा रहना तथा अपने धार्मिक कार्यों को पूरा करना मुश्किल कार्य हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

