बक्सर. शहर का इकलौता आदर्श गोशाला की बदहाली देख सदर अनुमंडल पदाधिकारी अविनाश कुमार भड़क गए. वहां की कुव्यवस्था देख इतने खफा हुए कि वहां तैनात कर्मियों की घिग्घी बंध गई. बाहैसियत गोशाला प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष एसडीओ सोमवार को गोशाला की व्यवस्था का जायजा लेने अचानक पहुंच गए थे. उनके साथ सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार भी थे. उनके पहुंचने की सूचना से गोशाला कमेटी के पदधारकों के बीच हड़कंप मच गया. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तकरीबन आधा घंटे तक एसडीओ वहां ठहरे, लेकिन प्रबंधन कमेटी के कोई सदस्य अथवा पदधारक उनके सामने नहीं पहुंच पाए. उसी क्रम में पशु क्रूरता निवारण विभाग के इंस्पेक्टर दीपक कुमार पहुंचे तो उनके दायित्व का पाठ पढ़ाते हुए एसडीओ ने उनकी भी जमकर खिंचाई कर दी. जिससे वे सहम गए. पत्रकारों से बात करते हुए एसडीओ ने कहा कि कमेटी के सचिव से गोशाला के आय-व्यय एवं उसकी संपत्ति से संबंधित सभी तरह की रिपोर्ट तलब की गई है. मंगलवार को रिपोर्ट मिलने के बाद बारीकी से जांच की जाएगी और गोशाला की व्यवस्था में अपेक्षित सुधार हेतु आवश्यक कदम उठाया जाएगा. एसडीओ गोशाला का भ्रमण कर गायों की हालत देखते ही बिफर पड़े और मैनेजर से पूछताछ कर व्यवस्था की जानकारी लिए. मैनेजर ने बताया कि 55 रुपये प्रति लीटर की दर से प्रतिदिन 60 लीटर दूध की बिक्री होती है. गायों की देखभाल के लिए तीन श्रमिकों समेत अन्य कर्मी रखे गए हैं. एसडीओ ने कहा कि चरित्रवन स्थित गोशाला के चारागाह की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. जबकि गोशाला परिसर में कब्जा जमाए दुकानदारों से भी परिसर को खाली कराया जाएगा, ताकि गायों के रहने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके.
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