डुमरांव
. रेल यातायात के लिहाज से हमेशा व्यस्त रहने वाले टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन पर इन दिनों एक बेहद खतरनाक तस्वीर देखने को मिल रही है. स्टेशन पर ओवरब्रिज का निर्माण हो चुका है ताकि यात्री सुरक्षित तरीके से प्लेटफॉर्म बदल सकें, लेकिन इसके बावजूद लोग अब भी सीधे पटरियों को पार कर रहे है. और सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जब मुख्य लाइन पर मालगाड़ी खड़ी होती है, तब लोग उसकी बोगियों के नीचे से होकर दूसरी ओर जाने का जोखिम उठाते है. यह नजारा यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था और उनकी लापरवाही दोनों पर सवाल खड़े करता है.ओवरब्रिज के बाद भी पटरियों पर भीड़रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लाखों रुपये खर्च कर स्टेशन पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया. इसका उद्देश्य था कि लोग पटरियों को पार करने की आदत छोड़ें और सीधे ब्रिज का इस्तेमाल करे. लेकिन तस्वीरें और हालात कुछ और ही बयान कर रहे है. लोग न सिर्फ पटरियां पार कर रहे हैं बल्कि खड़ी हुई मालगाड़ी के नीचे से निकलने का खतरनाक खेल खेल रहे है. यह लापरवाही कभी भी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जब मालगाड़ी खड़ी होती है तो किसी भी समय उसे आगे बढ़ाने का आदेश दिया जा सकता है. ऐसे में यदि लोग बोगियों के नीचे या बगल से गुजरते हैं तो जरा-सी चूक उनकी जान ले सकती है. मालगाड़ी की गति शुरू होते ही पैदल पार करने वाले यात्री दब सकते हैं या गंभीर रूप से घायल हो सकते है. कई बार देश के अन्य हिस्सों में इस तरह की घटनाओं में यात्रियों की मौत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद लोग सबक लेने को तैयार नहीं दिखते.दुर्घटनाओं का खुला निमंत्रणस्थानीय लोगों का कहना है कि मालगाड़ी और यात्री गाड़ियों के बीच फर्क यह है कि यात्री गाड़ियां प्लेटफॉर्म पर रुकती हैं और उनकी गति धीरे-धीरे नियंत्रित होती है. वहीं, मालगाड़ी अचानक गति पकड़ सकती है और ड्राइवर को नीचे से गुजरते यात्रियों का पता भी नहीं चलता. ऐसे में यह स्थिति सीधी-सीधी दुर्घटनाओं का खुला निमंत्रण है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

