बक्सर .
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 01 जुलाई 2025 की अर्हता तिथि के आधार पर विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू की गई है. जिसके तहत जिले में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. सूची में पहले से जुड़े एक भी मतदाता का नाम न छूटे इसको लेकर पूरी चौकसी बरती जा रही है. लिहाजा मतदाताओं को उनका नाम सूची से गायब होने के किसी भी भ्रम में नहीं पड़ना है. समाहरणालय सभाकक्ष में गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता के माध्यम से जिला पदाधिकारी डॉ. विद्या नंद सिंह ने मतदाताओं को यह संदेश दिया. उन्होंने बताया कि 25 जून 2025 से 26 जुलाई 2025 तक कई प्रक्रिया पूरी की जाएगी. जिसके तहत ई०आर०ओ० को सभी मौजूदा मतदाताओं के लिए पूर्व-भरे हुए इन्यूमेरेशन प्रपत्र (डुप्लीकेट में) मुद्रित करना तथा उसे संबंधित बीएलओ को दिया जाएगा. वही ईआरओ द्वारा बीएलओ को पुनरीक्षण कार्य के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा. बीएलओ घर-घर जाकर सभी मौजूदा मतदाताओं को प्रपत्र (डुप्लीकेट में) वितरित करेंगे तथा उसे भरने के संबंध में मार्गदर्शन करेंगे. वही मतदान केन्द्रों का रेशनलाइजेशन/पुनर्व्यवस्थापन तथा खंड/भाग की सीमाओं के प्रस्तावित पुनर्गठन को अंतिम रूप दिया जाएगा तथा मतदान केन्द्रों का स्थान तथा मतदान केन्द्रों की सूची का अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा. जबकि 27 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक कंट्रोल टेबल को अद्यतन करने के साथ ही मौजूदा मतदाताओं द्वारा जमा किए गए इन्यूमेरेशन प्रपत्र का प्रारूप तैयार किया जाएगा. इसके बाद 01 अगस्त 2025 को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा. जिसके खिलाफ 01 अगस्त से 01 सितंबर तक दावा एवं आपत्तियां प्राप्त की जाएगी. 25 सितंबर 2025 तक घर-घर जाकर इन्यूमेरेशन प्रपत्रों पर निर्णय लेकर दावों एवं आपत्तियों का निष्पादन किया जाएगा. जबकि 27 सितंबर 2025 तक अंतिम रूप से तैयार मतदाता सूची की जांच करने के बाद अंतिम प्रकाशन के लिए आयोग से अनुमति प्राप्त की जाएगी. अनुमति के पश्चात डेटाबेस को अद्यतन करने और अनुपूरकों का मुद्रण करने के साथ ही 30 सितंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

