डुमरांव
. किसानों के बीच रूक रूक कर बदल रहे मौसम के मिजाज को देखकर चिंता सता रही है. किसानों का कहना है कि आसमान में एकाएक बादल छा रहे हैं इस हालत में कही हल्की तो कहीं बारिश के इंतजार में किसान परेशान हैं. इस हालत कुछ जगहों पर किसान निजी ट्यूबवेल से धान की रोपनी शुरू कर दिए हैं, वहीं प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में खेती को लेकर किसान झमाझम बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं फिर भी आसमान में मंडराते बादल एकाएक छिटपुट बारिश देकर निकल जा रहे हैं. जब कि किसानों को अपने खेती को लेकर चिंता भी सता रही है. प्रखंड क्षेत्र के किसान धान की रोपनी के काम को लेकर जुटने लगे हैं, वही दूसरी ओर झमाझम बारिश नहीं होने से काफी मायूस दिख रहे हैं. किसानों का कहना है कि अभी बहुत से किसानों के खेत पानी के आभाव में खाली पड़े हैं. जहां किसान आसमान में मंडराते बादलों को अपने नैन से निहारते थक गए हैं अभी किसानों को झमाझम बारिश का इंतजार है ताकि किसानों के खेतों में धान रोपनी का काम पूरा हो जाए और चारों ओर हरियाली छा जाए, लेकिन बारिश मंडराते बादलों के साथ घुमड़ कर निकल जा रही है. इस हालत में किसानों के चेहरे मायूस होते नजर आ रहे हैं. किसान बीरेंद्र सिंह मौर्य बताते हैं कि चार दिन पहले हल्की बारिश हुई थी, कुछेक जगहों पर तो सिर्फ छिटपुट बारिश ना के बराबर होकर निकल गयी थी. जब कि इलाके के अधिकतर किसानों का धान रोपनी का काम बाकी है. लोगों ने बताया कि जब किसान परेशान होते हैं तो पानी की समस्या मुहबाय खड़ी रहती है. यहां तक आते-आते किसानों को खेती की चिंता सताने लगती है. किसानों ने बताया कि 15 अगस्त तक धान की रोपनी नहीं हुई तो बेहतर फसल तैयार नहीं होंगे और जब फसल तैयार नहीं होंगे तो किसानों के सामने भुखमरी की स्थिति बन जाएंगी. इन परिस्थितियों को देखते हुए इलाके के किसान अपने निजी ट्यूबवेल के सहारे खेती के कार्य में जुटे हुए हैं और बारिश के इंतजार में आसमान पर नजरें गड़ाए हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

