बक्सर
. विश्व के प्रसिद्ध संत श्रीत्रिदण्डी स्वामी जी महाराज के शिष्य श्रीलक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के कृपापात्र ब्रह्मपुर पीठाधीश्वर आचार्य धर्मेन्द्र जी महाराज ने गुरू पुर्णिमा के अवसर पर सती स्थित लालबाबा आश्रम मे आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह कथा के दुसरे दिन शुक्रवार को भगवान के 24 अवतारों की कथा विस्तार से कही. उन्होंने कहा कि जब पृथ्वी पर अनाचार, अत्याचार,पापाचार बढता है और धर्म की हानि होती है तो भगवान अवतार लेते हैं. उन्होंने कहा कि राक्षसों ,अत्याचारियों को तो अपने संकल्प से ही मार सकते है. लेकिन सबरी का बैर खाना,विदुरानी का साग खाना, भक्तों के घर जा जाकर दर्शन देने के लिए निराकार ब्रह्म नराकार रुप में अवतरित होते है. इसलिए मानव को इस धरा धाम पर अच्छे कर्म करना चाहिए ताकि परमात्मा का दर्शन हो सके. उन्होंने रामावतार , कृष्णावतार व विभांडक ऋषि का चरित विस्तार से कही. जिसे सुनकर श्रोता एवं भक्त भाव विभोर हो गए . कथा में बक्सर समेत उत्तर प्रदेश के बलिया से भी श्रद्धालु भक्त पहुंच रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

