डुमरांव
. शहर के रईसी इलाकों में लगातार नगर परिषद के द्वारा मनमानी तरीके से जहां तहां कूड़े का डंपिंग करना एक गंभीर समस्या बन गई है. नगर परिषद के सफाई एजेंसी के द्वारा लगातार इस तरह का कार्य किया जा रहा है, जिससे आम जनों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस्ती से सटे इलाके के पास कूड़ा डंपिंग करने से लोग संक्रमित बीमारियों की चपेट में आने से डरते-रहते हैं. दूसरे तरफ सफाई एजेंसी के कर्मचारी अपने मन मुताबिक कार्य करते हैं. शहर के हर मोहल्ले हर कोने में ऐसे ही कूड़ा का ढेर लगा पड़ा है. कारण यह है की सफाई कर्मचारियों के द्वारा डोर टू डोर कूड़ा का उठाव नहीं किया जा रहा है. कूड़ा उठाने के नाम पर बस खानापूर्ति की जा रही है. इसका ताजा उदाहरण है, वार्ड नंबर 33 में उपकारी गली में सामुदायिक शौचालय बनाया गया है, ताकि नगर के लोगों को शौचालय की सुविधा मिल सके. लेकिन सफाई एजेंसी की मनमानी इस कदर है कि शौचालय के गेट पर ही कूड़ा का डंपिंग कर दिया गया है. जिससे लाखों रुपए से बने शौचालय भी बेकार पड़ा है. गैरतलब हो कि इस शौचालय की दीवाल पर यह भी लिखा गया है, कि कदम से कदम मिलाएंगे डुमरांव को स्वच्छ बनाएंगे. सफाई कर्मचारियों के द्वारा इस कदर शहर को स्वच्छ बनाया जा रहा है.इसी तरह से वार्ड नंबर 35 के नेपाली राय के डेरा के पास में लोगों ने बताया कि 5 दिनों से कूड़ा का उठाव नहीं हुआ है. पुराना वाटर पंप निमेज टोला का भी यही हालत है, वहां पर भी इसी तरह से कूड़ा का उठाव नहीं हुआ है. इसी तरह से शहर के मोहल्ले हर चौक पर कूड़ा के ढेर लगा हुआ है. यदि नियमित कूड़ा का उठाव होता तो शहर एकदम चकाचक दिखती लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि नगर परिषद के द्वारा ही सामुदायिक शौचालय लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए हैं, ताकि शहर वह आम लोगों को इसका लाभ मिल सके. लेकिन इस नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों के द्वारा सामुदायिक शौचालय के गेट पर इतना कूड़ा डंप किया गया है कि उसके आसपास जाने से भी लोगकतराते हैं. हालांकि लगातार विवादों के घेरों में रहने वाला सफाई एजेंसी पर कारण पृच्छा उपलब्ध कराने के संबंध में केश फैकलिटज मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार के द्वारा नोटिस जारी किया गया है. नोटिस के माध्यम से यह पूछा गया है की उपयुक्त विषय के संबंध में सूचित करना है कि निरीक्षण के क्रम में यह पाया गया है कि 26 अगस्त को नगर के डोर टू डोर एवं संपूर्ण साफ सफाई का कार्य नहीं कराया गया है. जो की बेहद ही खेद जनक बात है, एवं एकारनामा के शर्तों के विरुद्ध कार्य है. ज्ञात हो कि नगर में 4 एवं 5 अगस्त को भी कूड़े का उठाव नहीं किया गया था. इसके संबंध में कार्यालय के पत्रांक 2820, 5 अगस्त को ही स्पष्टीकरण की मांग की गई थी परंतु सफाई एजेंसी के द्वारा आज तक स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया गया. इससे स्पष्ट पता चलता है कि आप अपने कर्तव्य से विमुख होकर कार्य कर रहे हैं. इस पत्र के माध्यम से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दो दिनों के अंदर कारण पृच्छा देना सुनिश्चित करें की क्यों ना आपके विरुद्ध दंडनात्मक कार्रवाई करने हेतु संसूचित कर दी जाए. अब देखने वाली बात यह है कि नगर परिषद के द्वारा अगला कदम सफाई एजेंसी के विरुद्ध क्या उठाया जा रहा है या खानापूर्ति कर छोड़ दी जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

