डुमरांव
मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत सुरक्षित शनिवार गतिविधि के तहत मार्च माह के प्रथम शनिवार को प्रखंड के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में “आगलगी से सुरक्षा ” विषय पर विशेष जागरूकता सत्र आयोजित किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों को आग लगने के कारण, उससे होने वाले नुकसान एवं दुष्प्रभावों के साथ-साथ आग लगने की स्थिति में उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों की जानकारी दी गई. शिक्षकों ने बताया कि अगलगी के प्रमुख कारणों में बिजली के शॉर्ट सर्किट, गैस लीक, ज्वलनशील पदार्थों के गलत इस्तेमाल और लापरवाही शामिल हैं. उन्होंने समझाया कि आग लगने से जान-माल की भारी क्षति हो सकती है, इसलिए सभी को सतर्क रहना आवश्यक है. विद्यार्थियों को बताया गया कि अगर किसी के कपड़ों में आग लग जाए, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय मूल मंत्र “रुको, लेटो, लुढ़को ” अपनाना चाहिए. इसके अलावा, बिजली से लगी आग को पानी से न बुझाने की हिदायत दी गई, क्योंकि इससे करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है. विद्यार्थियों को अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) के प्रकार और उनके सही उपयोग की भी जानकारी दी गई. फायर ड्रिल का अभ्यास कराकर बच्चों को सिखाया गया कि आग लगने की स्थिति में घबराने के बजाय शांत रहकर सही कदम उठाने से जान बचाई जा सकती है. शिक्षकों ने बताया कि अगलगी के प्रमुख कारणों में बिजली के शॉर्ट सर्किट, गैस लीक, ज्वलनशील पदार्थों के गलत इस्तेमाल और लापरवाही शामिल हैं. उन्होंने समझाया कि आग लगने से जान-माल की भारी क्षति हो सकती है, इसलिए सभी को सतर्क रहना आवश्यक है.विद्यालय प्रबंधन ने आग से सुरक्षा को लेकर सभी छात्रों को सतर्क रहने और घर-परिवार में भी इस जानकारी को साझा करने की अपील की.कोरान सरैया उर्दू प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक तबरेज आलम व प्राथमिक विद्यालय चुआंड में सनौवर अंसारी ने बच्चों को जागरूक किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

