केसठ
. प्रखंड के दंगौली गांव स्थित मानस मंदिर के परिसर में श्रीराम चरित मानस मंडल के 72वें तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को मानस कथावाचक राज बल्लभ भोजपुरिया ने कहा कि भगवान राम का जन्म राक्षसों व अत्याचारियों के संहार के लिए हुआ है. श्रीराम चरितमानस में भगवान श्रीराम का जीवन अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि हमें अच्छी संगति करनी चाहिए. मानव को अपने जीवन में कर्तव्य का पालन करना चाहिए और समस्त कार्य मर्यादा के साथ साथ नियमपूर्वक करना चाहिए, ताकि परिवार व समाज अनुशासित एवं संस्कारित हो सके. भगवान श्रीराम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मर्यादा की रक्षा करने एवं माता पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए श्रीराम ने वनवास स्वीकार किया. इसके अलावा कथावाचक श्रीनिवास चौबे, शैलेश जी महाराज, पंडित रामचंद्राचार्य जी महाराज, सत्य नारायण सिंह, राज ऋषि जी आदि संत पहुंचे हुए हैं।. इस दौरान श्रोताओं ने कथा श्रवण किया. व्यवस्थापक राम किंकर सिंह उर्फ भिखारी सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हवन पूजन व भंडारा के साथ होगा. इस दौरान राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सोनू सिंह, धरणीधर सिंह, मुरलीधर सिंह, मयंक सिंह , विवेक सिंह, सक्षम सिंह समेत कई लोग उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है