बक्सर .
रामनवमी के पावन अवसर पर नगरवासियों के लिए सांस्कृतिक उत्सव का विशेष आयोजन किया गया है. आज नगर के गौरी शंकर मंदिर प्रांगण में दुगोला-चैता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें डुमरांव और भोजपुर के प्रसिद्ध व्यासों के बीच महामुकाबला देखने को मिलेगा. आयोजन समिति की ओर से इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है और नगर में उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है. इस कार्यक्रम को लेकर आयोजन समिति के अध्यक्ष बबलू चौधरी ने जानकारी दी कि इस बार के दुगोला-चैता में डुमरांव के ख्यातिप्राप्त व्यास अमरेश सैनी और भोजपुर (आरा) जिले के चर्चित व्यास हरेंद्र व्यास की भागीदारी रहेगी. दोनों ही व्यास अपनी अपनी प्रस्तुतियों और गायन शैली के लिए खासे प्रसिद्ध हैं. ऐसे में श्रोताओं को एक यादगार सांस्कृतिक संध्या मिलने की पूरी उम्मीद है. बबलू चौधरी ने बताया कि रामनवमी के इस शुभ अवसर पर आयोजित दुगोला-चैता केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं बल्कि हमारी लोक संस्कृति, परंपरा और भक्ति भावना को जीवंत करने का प्रयास है. इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ने और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने नगर के सभी लोगों, युवा वर्ग, बुजुर्गों और महिलाओं से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस अद्भुत कार्यक्रम का आनंद लें और रामनवमी पर्व को और भी खास बनाएं. समिति की ओर से बैठने की व्यवस्था, रोशनी, ध्वनि और सुरक्षा जैसे तमाम पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि आने वाले दर्शकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.रामनवमी जैसे शुभ अवसर पर होने वाले इस आयोजन को लेकर नगरवासियों में उत्सुकता बनी हुई है और कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर समिति पूरी तरह से सक्रिय है. आयोजकों का कहना है कि यह कार्यक्रम लोकगायन की परंपरा को सहेजने की दिशा में एक छोटा सा प्रयास है, जिसमें हर वर्ग के लोग कि यह कार्यक्रम लोकगायन की परंपरा को सहेजने की दिशा में एक छोटा सा प्रयास है, जिसमें हर वर्ग का सहयोग अपेक्षित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है