बक्सर
. जिला मुख्यालय स्थित सदर प्रखंड में पानी पीने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. प्यास बुझाने के लिए लोगों को चाय के दुकान पर जाना पड़ता है, या पानी खरीद कर पीना मजबूरी है. गर्मी से लोग बेहाल हैं. घर से रोड पर निकलते ही लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं. वैसे स्थिति में लोग प्यास बुझाने के लिए पानी का सहारा लेते हैं. वहीं सदर प्रखंड कार्यालय में पेयजल संकट से आमलोग बेहाल हैं. प्रखंड मुख्यालय में काम करने के लिए काफी संख्या में लोग रोजाना आते हैं. प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय, पीडीएस कार्यालय से लेकर आरटीपीएस केंद्रों पर लोगों की भीड़ लगी रहती है. ऐसी हालत में गर्मी में लोगों को प्यास बुझाने के लिए चापाकल का सहारा लेना पड़ता है. हालांकि परिसर में चार से पांच चापाकल लगे हैं. लेकिन एक भी चापाकल कारगर नहीं है. चापाकल खराब होने के कारण लोग प्यास बुझाने के लिए आसपास के चाय दुकानों पर जाते हैं. अधिकारी और कर्मचारी के लिए पीने के लिए पानी बाहर से मंगाया जाता है. या अधिकतर कर्मचारी अपने घर से बोतल में पानी भर कर लाते हैं . वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी साधु शरण पांडे ने बताया कि प्रखंड परिसर में चार से पांच चापाकल है. हो सकता है एक से दो चापाकल बंद पडा हो. जो बंद पडा हैं उसे जल्द ठीक करा दिया जाएगा. लेकिन परिसर में पेयजल संकट नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है