चौसा.
प्रखंड अंतर्गत रामपुर ग्राम में आयोजित श्री महालक्ष्मी नारायण महायज्ञ में चल रही रासलीला के दौरान वृंदावन धाम से आए कलाकार ने भगवान विष्णु द्वारा जालंधर का छल से वध करने का मनोहर मंचन दर्शाकर देवलोक को उसके आतंक से मुक्त कराया. यह अभिनय देख श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए. मथुरा के कलाकारों ने दर्शाया कि भगवान शंकर समुद्र से कमंडल में जल लेकर जालंधर को प्रकट करते हैं. ऋषि नारदमुनि जालंधर को भगवान विष्णु और शंकर आदि की तपस्या कर उनकी शक्ति का वरदान मांगने का उपाए बताते हैं. इस पर जालंधर विष्णु की तपस्या कर विष्णु चक्र आदि का वरदान प्राप्त कर लेता है. वरदान मिलने के बाद जलांधर ने देवताओं को ही ललकारना शुरू कर दिया. इस दौरान इंद्र देवता पर अपनी शक्तियों का प्रयोग करना शुरू किया तो इस पर भगवान इंद्र जालंधर से अपनी जान बचाकर ऋषि नारद मुनि के पास पहुंचते है. नारद मुनि ने इंद्रदेव को भगवान शंकर के पास कैलाश पर्वत पर भेज देते हैं. इसके बाद इंद्रदेव को खोजते हुए कैलाश पर्वत पर जलांधर पहंचता है और भगवान शंकर से युद्ध करने लगता है. दोनों ब्रह्म लोक के स्वामी ब्रम्हाजी के पास पहुंचकर जलांधर के अत्याचारों से बचने के लिए उपाय पूछते हैं.और उनके बताऐ निराकरण से जालंधर का नाश हो जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है