बक्सर
. डुमरांव विधान सभा सदस्य अजित कुमार सिंह ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जीविका बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति को पत्र लिखा है. जिसमें डुमरांव प्रखंड के जीविका अधिकारियों द्वारा बैठकों में जीविका दीदियों के साथ अभद्र व्यवहार करने तथा स्वयं सहायता समूहों तथा ग्राम संगठनों से अवैध तरीके से पैसे की निकासी व गबन करने का आराेप लगाया गया है. उन्होंने पत्र के माध्यम से इस पर अत्यंत गंभीरता पूर्वक विचार करने, इसकी जांच जीविका के अधिकारी की बजाय निगरानी या अन्य विभाग से कराये जाने की मांग किया है. जिससे निष्पक्ष जांच हो सके और गरीब महिलाओं के पैसे की वसूली हो सके. गबन में शामिल अधिकारी तथा इसे छुपाने वाले अधिकारियों को बर्खास्त करने का कष्ट करेंगे. जांच के दौरान हमारे प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए जो जांच में सहयोग करेंगे तथा कृत कार्रवाई से हमें भी अवगत करने का कष्ट करेंगे. वहीं पत्र के माध्यम से बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, बिहार के तहत कार्यरत सोवां के अनमोल जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ एवं पुराना भोजपुर के हरियाली जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ जिला बक्सर दोनों ही संकुल स्तरीय संघ के अध्यक्ष व अन्य महिला जीविका दीदियों से शिकायत प्राप्त हुई है. संकुल स्तरीय संघ की बैठकों में परियोजना प्रबंधक डुमरांव अखिलेश कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक दयानंद, सामुदायिक समन्वयक राहुल कुमार, डुमरांव प्रखण्ड मेंटर शमीम असलम एवं रवि किशोर प्रसाद द्वारा सघ की बैठकों में हस्तक्षेप करते हुए अपनी मनमानी करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही अनावश्यक रूप से कार्य में बाधा डालते हैं. हद तो यह है कि 11/01/2025 को ””””अनमोल जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ”””” की बीओडी की बैठक में परियोजना प्रबंधक डुमरांव अखिलेश कुमार द्वारा संघ की महिला अध्यक्ष उषा देवी को धमकी देने के साथ-साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. जीविका प्रखंड कार्यालय में महिला संवाद के नाम पर बुलाकर एमबीके पूनम कुमारी को जबरन रखने के लिए हाथापाई तक किये. दिनांक 05/03/2025 को ””””अनमोल सीएलएफ की बैठक में उपस्थित रवि किशोर, समीम असलम एवं अन्य अधिकारी द्वारा सीएलएफ के अध्यक्ष को सीएलएफ से हटाई गई एवं वित्तीय अनियमितता की आरोपित एमबीके पूनम कुमारी को जबरदस्ती काम पर रखने के लिए धमकी दी गई अन्यथा ऐसा न करने की स्थिति में अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष को वितीय अनियमिता के आरोप में जबरन फंसाकर हटा देने एवं जेल भेजने का भी धमकी दिया गया. डुमरांव प्रखण्ड के सम्बंधित उपरोक्त अधिकारियों का बैठकों में अभद्र व्यवहार करने की लगातार शिकायत मिल रही है. इसके साथ ही उन्होने पत्र के माध्यम से कहा कि कि ज्ञात हुआ है कि ये अधिकारी जीविका की कुछ बीके तथा सीएम की मदद से विभिन्न स्वयं सहायता समूहों तथा ग्राम संगठनों से अवैध तरीके से पैसे की निकासी करवाते हैं. कोरोना काल के दौरान डुमरांव प्रखण्ड अंतर्गत अटांव पंचायत में कार्यरत तत्कालीन सामुदायिक समन्वय उपेंद्र कुमार एवं एसबीआई की बैंक मित्र खुशबू कुमारी की मिली भगत से जीविका से जुड़ी गरीब महिलाओं का विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से बिना समूह सदस्यों के जानकारी के लगभग 50 लाख रुपए का गबन कर लिया गया है. शिकायत मिलने के लंबे समय के बाद भी जिला स्तरीय या प्रखंड स्तरीय किसी अधिकारी द्वारा ना ही इसकी जांच की गयी और ना ही पैसे की वसूली हेतु कोई कार्रवाई की गयी है. यह शिलशिला आज भी बदस्तूर जारी है. यह बेहद गंभीर वित्तीय गड़बड़ी का मामला है. अभी भी अटांव पंचायत में कार्यरत सामुदायिक समन्वक राहुल कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक दयानंद, प्रखंड परियोजना प्रबंधक डुमरांव अखिलेश कुमार के लगभग ढाई साल से यहां कार्यरत होने के बावजूद भी कोई करवाई नहीं किया है. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि ये लोग भी इस अवैध पैसे की निकासी और गबन में शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

