बक्सर. नगर के विभिन्न गंगा घाटों पर सिल्ट जमाव की समस्या से नगर परिषद काफी परेशान है. समय की कमी के कारण सबसे महत्वपूर्ण और भीड़भाड़ वाले रामरेखाघाट पर सफाई अभियान शुरू किया गया है. गंगा में पानी अपेक्षाकृत अधिक होने और तट पर दलदली घाट होने के कारण अन्य घाटों की सफाई में कठिनाई हो रही है. रामरेखाघाट पर जमा सिल्ट को गंगा में बहाकर हटाया जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य नगर के प्रमुख घाटों को समय से पहले स्वच्छ और सुंदर बनाना है. नगर परिषद ने अन्य गंगा घाटों की सफाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. इससे घाटों को छठ व्रतियों के लिए बेहतर और आकर्षक बनाया जाएगा. स्वच्छता के इस महापर्व में छठ व्रतियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराना प्राथमिकता है. नगर परिषद के अधिकारी लगातार सफाई कार्य की निगरानी कर रहे हैं ताकि समय रहते सभी घाट साफ-सुथरे हो सकें. इस प्रयास से नगरवासियों को भी साफ-सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी. आगामी छठ पूजा के लिए नगर के घाटों को सुंदर बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
पानी घटने के बाद सभी घाटों की बदल गयी है सूरत
ढ़ का पानी घटने के साथ ही नगर के सभी गंगा घाटों की सिल्ट के कारण सूरत बदल गयी है. सिल्ट के कारण कच्चे घाट से लेकर पक्की घाट तक प्रभावित हो गये है. पक्के घाट का सिल्ट के कारण अस्तित्व ही समाप्त हो गया है, जिसे दुरुस्त करने का कार्य कराया जा रहा है. साफ-सफाई काफी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. कच्चे घाटों को भी मजदूरों के सहयोग से सफाई कार्य कराया जा रहा है. जिससे नगर के जेल स्थित सिपाही घाट से नगर के अहिरौली घाट तक सभी घाटों को स्वच्छ बनाया जा सके.
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