बदहाली गांधी स्मारक प्लस टू विद्यालय में इंटर के दोनों संकायों में नामांकित हैं 88 छात्र
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1700 छात्रों को पढ़ा रहे आठ शिक्षक
बदहाली गांधी स्मारक प्लस टू विद्यालय में इंटर के दोनों संकायों में नामांकित हैं 88 छात्र बक्सर/धनसोई : राज्य के विद्यालयों में कैसे मिले गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जब आठ शिक्षकों के सहारे 1700 छात्र-छात्राओं की शिक्षा व्यवस्था निर्भर हो. यह हाल जिले के धनसोई स्थित गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय का है. राज्य सरकार उच्च […]
बक्सर/धनसोई : राज्य के विद्यालयों में कैसे मिले गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जब आठ शिक्षकों के सहारे 1700 छात्र-छात्राओं की शिक्षा व्यवस्था निर्भर हो. यह हाल जिले के धनसोई स्थित गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय का है. राज्य सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हाइस्कूल को प्लस टू में अपग्रेड किया, मगर सरकार इन स्कूलों में व्यवस्था देने में पूरी तरह से विफल रही़ है. इन विद्यालयों में साइंस एवं आर्ट्स के संकाय में नामांकन भी शुरू हो गया है, पर पढ़ाई को लेकर अनिश्चितता विद्यार्थियों में बनी हुई है.
विद्यालय में सरकार के मानकों के अनुरूप शिक्षकों की संख्या नहीं है. बिना शिक्षकों के ही विद्यालय में नामांकन शुरू हो गया है. विद्यालय में नामांकन करानेवाले विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गयी है. विद्यालय में नामांकन लेकर विद्यार्थी अपने को शिक्षा विभाग की ठगी का शिकार मान रहे हैं.
इन विद्यालयों में नामांकन करानेवाले विद्यार्थी ज्यादातर गरीब तबके के हैं, जो अपेक्षाकृत पढ़ाई पर धनराशि खर्च नहीं कर पाते हैं. इससे गरीब मेधावी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. मेधावी पर गरीब छात्रों में साइंस से पढ़ाई की तमन्न रखने की सोच उनके दिल में ही दफन हो जाता है. अंतत: उन्हें आर्ट्स विषय से पढ़ाई करनी पड़ रही है. बावजूद ऐसे शिक्षक विहीन विद्यालयों में साइंस विषय में नामांकन करानेवाले विद्यार्थियों को भी कोचिंग संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता है.
विद्यालय में नामांकित हैं विद्यार्थी
गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय धनसोई में नौवीं एवं दशमी में कुल 17 सौ विद्यार्थी एवं इंटर के दोनों संकायों में कुल 88 विद्यार्थी नामांकित हैं. इन छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए विद्यालय में महज अाठ ही शिक्षक पदस्थापित हैं. विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है. शिक्षकों की कमी की वजह से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित होती है.
40 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक की आवश्यकता : शिक्षा व्यवस्था को सुचारु व गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए 40 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना चाहिए. प्लस टू विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए कुल 40 की संख्या में शिक्षकों की आवश्यकता है, पर विद्यालय में महज आठ ही शिक्षक हैं.
पढ़ाने में होती है परेशानी
विद्यालय में शिक्षकों की काफी कमी है. विद्यालय में 17 सौ से ज्यादा विद्यार्थी नामांकित हैं, इंटर में नामांकित दोनों संकायों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए ही 10 शिक्षकों की आवश्यकता है. कम शिक्षकों के कारण क्लास लेने में काफी परेशानी होती है़
कुमार भारतेंदु, गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय धनसोई के प्राचार्य
शीघ्र की जायेगी नियुक्ति
शिक्षकों की कमी है. कमी को पूरा करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की पहल शुरू है. शीघ्र ही विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी.
श्रीकृष्ण सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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