बक्सर, कोर्ट : बक्सर व्यवहार न्यायालय में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत पूर्णत: सफल रही. अदालत में 8266 वादों के निष्पादन के साथ 66 लाख रुपये की राशि पर समझौता किया गया. इसमें लगभग 26 लाख रुपये तत्काल प्राप्त किये गये. कार्यक्रम का उद्घाटन व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप कुमार मलिक एवं जिलाधिकारी रमण कुमार ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया.
महीनों पूर्व से घोषित इस आयोजन को लेकर हालांकि लोगों में पांच सौ एवं एक हजार के नोटों को अमान्य कर देने के चलते शंका बनी हुई थी. जबकि ठीक इसके विपरीत बैंक ऋणियों द्वारा अपने-अपने खातों में धड़ाधड़ समझौते की राशि को जमा किया गया. बताते चलें कि सरकार द्वारा बैंक ऋणियों को खाते में अमान्य नोट को भी जमा करने की छूट का पूरा असर दिखायी दिया तथा लोग बैंक के भीड़भाड़ की जगह राष्ट्रीय लोक अदालत में बने बैंक काउंटर को प्राथमिकता दिया. वहीं, इस बार के आयोजित इस अदालत में बैंक की तरफ से ऋण की राशि में उपभोक्ताओं को बंपर छूट दी गयी.
दिन भर चले इस शिविर की मॉनिटरिंग जिला जज स्वयं करते रहे. शिविर में सभी प्रकार के सुलहनीय मामलों को समझौते के आधार पर निष्पादित किया गया. पैसों की वसूली में बैंकों को बड़ी सफलता मिली. 66 लाख रुपये के समझौते राशि पर दस्तखत किये गये. साथ ही तत्काल 26 लाख रुपये प्राप्त किये गये, जिसमें 62 हजार रुपये टेलीफोन विभाग का भी शामिल रहा. आयोजन में एडीजे-एक आरएनएस पांडेय, एडीजे-चार अशोक कुमार पांडेय, एडीजे-पांच एके श्रीवास्तव, बैंक ऑफ इंडिया के वरीय शाखा प्रबंधक दिलीप कुमार मिश्रा, न्यायिक सदस्य सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार नीरज, निर्मल कुमार मिश्रा, ज्योति शंकर, पवन कुमार श्रीवास्तव आदि अधिवक्ताओं के अलावा न्यायालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.