बक्सर : फर्जी डिग्री के बदौलत नौकरी करना आत्मा के सहायक तकनीकी प्रबंधक को महंगा पड़ गया. जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है. जिलाधिकारी के आदेश के बाद परियोजना निदेशक (आत्मा) के रणवीर सिंह ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
उन्होंने बताया कि सहायक तकनीकी प्रबंधक इसरार अहमद फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे थे. इसको लेकर जब जांच की गयी, तो मामला फर्जी पाया गया. उनसे स्पष्टीकरण की भी दो बार मांग की गयी, लेकिन उसका जवाब नहीं मिला. जिसके बाद डीएम ने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. सहायक तकनीकी प्रबंधक पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.