बक्सर. जिले में एक अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीद योजना की रफ्तार बेहद धीमी है. सहकारिता विभाग और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) द्वारा संचालित क्रय केंद्रों पर अब तक केवल 133 किसानों से कुल 320.2 मीट्रिक टन गेहूं की ही खरीद हो सकी है, जो निर्धारित लक्ष्य की तुलना में बहुत कम है. खरीदारी के लिए एफसीआइ ने सात और सहकारिता विभाग ने 133 केंद्र स्थापित किये हैं, लेकिन क्रय की धीमी गति को देखते हुए लक्ष्य को पूरा कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है. सहकारी समितियों के माध्यम से सिर्फ 38.400 एमटी, जबकि एफसीआइ द्वारा 281.800 एमटी गेहूं की खरीद हुई है. किसानों का रुझान सरकारी क्रय केंद्रों के बजाय निजी व्यापारियों की ओर अधिक है. इसका मुख्य कारण बाजार में एमएसपी (₹2425 प्रति क्विंटल) से अधिक दरों पर गेहूं की बिक्री होना है. व्यापारी किसानों के दरवाजे पर पहुंच कर ₹2525 से ₹2550 प्रति क्विंटल की दर पर खरीद रहे हैं. किसानों को अधिक लाभ हो रहा है. 15 जून तक जारी रहेगी खरीद : हालांकि सरकारी खरीद की अंतिम तिथि 15 जून निर्धारित है, लेकिन विभागों को जिस लक्ष्य की प्राप्ति करनी है, वह मौजूदा रफ्तार से कठिन प्रतीत हो रही है. अधिकारियों की मानें तो जब तक बाजार में समर्थन मूल्य से अधिक दाम मिल रहे हैं, तब तक किसानों का सरकारी खरीद केंद्रों की ओर आकर्षण कम ही रहेगा.
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