बक्सर/धनसोई : दिनारा और धनसोई बॉर्डर पर मंगलवार की देर शाम अपराधियों ने बैंककर्मियों से पांच लाख रुपये लूट लिये. अपराधियों ने चालक को मारपीट कर जख्मी कर दिया. इसके बाद अपराधी फायरिंग करते हुए भाग निकले. सूचना मिलते ही बक्सर और रोहतास पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और इलाके को सील कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी. बैंककर्मी इलाहाबाद बैंक की बिक्रमगंज शाखा से पैसा निकालकर कार से बैंक की इटढ़िया शाखा आ रहे थे. घायल चालक को गंभीर हालत में इलाज के लिए बनारस रेफर किया गया है.
जानकारी के अनुसार, इलाहाबाद बैंक की इटढ़िया शाखा के कैशियर विनोद कुमार बैंक के चपरासी के साथ बिक्रमगंज शाखा से पैसा निकाल कर मंगलवार की देर शाम एक निजी कार से लौट रहे थे. इस दौरान बैंक से ही पीछे लगे बाइक सवार अपराधियों ने धनसोई और दिनारा के बॉर्डर पर कार को ओवरटेक कर चालक पर एक बड़े पत्थर से हमला कर दिया. इससे करमा गांव निवासी चालक मुन्ना कुमार जख्मी हो गया. इसके बाद अपराधियों ने कैशियर विनोद कुमार पर फायरिंग कर दी लेकिन वह बाल-बाल बच गये. गोली कार में लगी. इसके बाद अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर कार रुकवा लिया और रुपये से भरा बैग लेकर फरार हो गये. बैग में बैंक के पांच लाख रुपये थे. सूचना के बाद एएसपी शैशव यादव दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. एएसपी ने बताया कि बैंककर्मियों ने स्थानीय थाने को इसकी सूचना नहीं दी थी. सुरक्षा में चूक होने के कारण अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
25 किलोमीटर की दूरी तय करने में लग गये दो घंटे
बैंक कर्मियों द्वारा सुरक्षा में की जा रही चूक का खामियाजा पांच लाख रुपये लूटा कर चुकाने पड़े. 25 किलोमीटर की दूरी तय करने में बैंक कर्मियों को दो घंटे का समय लग गया. सुरक्षा में चूक के साथ-साथ टाइम फैक्टर भी पुलिस को हजम नहीं हो रहा है. बैंक के सीसीटीवी को भी पुलिस खंगाल रही है. बैंक कर्मियों द्वारा पैसा ले जाने की सूचना स्थानीय थाने को नहीं दी गयी थी. रुपये लाने के लिए निजी कार का इस्तेमाल किया गया जो बैंक कर्मियों पर संदेह खड़ा करता है. बहरहाल लूट का मामला मानते हुए पुलिस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर लगी हुई है. घटना के बाद बैंक कर्मियों ने इसकी सूचना सबसे पहले इटढ़िया बैंक के मैनेजर को दी. ग्रामीणों ने लूट की सूचना धनसोई थाना को दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी और घटनास्थल पर पहुंची.
बिना गार्ड के ही लाये जा रहे थे रुपये
पुलिस को अनुमान है कि बैंक से ही अपराधी पीछे लग गये थे. कार में कोई भी सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था. बिना गार्ड के ही पांच लाख रुपये लाये जा रहे थे. इसकी भी जांच पुलिस कर रही है. अपराधियों ने सबसे पहले चालक पर धावा बोला और एक बड़े पत्थर से मारकर चालक को जख्मी कर दिया. इसके बाद अपराधियों ने फायरिंग की और रुपये से भरे बैग को लूटकर फरार हो गये.
शाम 3:30 बजे बैंक से निकले थे रुपये
बिक्रमगंज शाखा के इलाहाबाद बैंक से पांच लाख रुपये शाम के साढ़े तीन बजे निकले थे, जहां से कैशियर, चपरासी और चालक रुपये लेकर इटढ़िया इलाहाबाद बैंक आ रहे थे. यहां से बिक्रमगंज और इटढ़िया की दूरी महज 25 किलोमीटर है. ऐसे में 25 किलोमीटर की दूरी तय करने में दो घंटे का समय लग गया. जबकि कार से इसकी दूरी 45 मिनट में तय की जा सकती है. पुलिस के लिए यह जांच का विषय है कि एक घंटा तक लोग कहां रुके रहे.
हर बार इसी कार से लाये जाते थे रुपये
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान बैंक कर्मियों ने बताया कि हर बार रुपये लाने के लिए इसी कार का इस्तेमाल किया जाता था. ऐसे में अपराधियों ने कार को चिह्नित कर लिया होगा और जैसे ही खराब रास्ते में बैंक कर्मियों की कार पहुंची. हथियार के बल पर लूट कर फरार हो गये.
चालक की हालत गंभीर, बनारस रेफर
अपराधियों ने चालक को पत्थर से मारकर जख्मी कर दिया है. कार को रोकने के लिए अपराधियों ने एक बड़ा पत्थर उठाकर चालक को मारा. शीशा तोड़ते हुए चालक के सिर में पत्थर लगा, जिसके बाद गाड़ी रुक गयी. रुपये लेकर बैंक कर्मी कार में बैठे हुए थे. इसके बाद अपराधियों ने हथियार के बल पर रुपये लूट लिये. चालक की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे इलाज के लिए बनारस रेफर कर दिया गया है.
सवाल जिसका जवाब ढूढ़ रही है पुलिस
सवाल-बैंक कर्मियों ने पैसा ले जाने की सूचना क्यों नहीं दी स्थानीय थाने को
सवाल-बिना सुरक्षा गार्ड के क्यों ले जायी जा रही थी इतनी बड़ी राशि
सवाल-साढ़े तीन बजे शाम को ही क्यों निकाले गये थे पैसे
सवाल-25 किलोमीटर की दूरी तय करने में दो घंटे का कैसे लगा समय
सवाल-क्या पहले से अपराधियों को इसकी भनक थी
सवाल-लूट के आधे घंटे के बाद ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
सवाल-बैंक कर्मियों ने क्यों नहीं दी पुलिस को सूचना
सवाल-चालक को इतनी बेहरमी से क्यों पीटा गया
सवाल-कहीं लूट साजिश का तो हिस्सा नहीं?
सवाल-एक घंटे का समय कहां हुआ व्यतीत
सवाल-चार बजे बैंक बंद हो जाते हैं.
सवाल-पैसा लाने के लिए शाम का ही क्यों चुना गया वक्त
लूट एक नजर में
3:30 बजे निकाले गये रुपये
लगभग 5 बजे के आसपास घटना को दिया गया अंजाम
दो अपाची बाइकों पर सवार थे पांच अपराधी
पहले पत्थर से मारकर चालक को किया जख्मी
कार पर चलायी गोली