BJP: संसद में चुनाव प्रणाली में सुधार को लेकर हो रही चर्चा के दौरान जेडीयू ने मोदी सरकार का समर्थन किया है. मंगलवार को लोकसभा में अपनी बात रखते हुए जेडीयू के सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष किसी राज्य में चुनाव जीतता है तो वहां EVM ठीक रहती है. लेकिन जैसे ही NDA चुनाव जीतता है तो EVM खराब हो जाती है. आप लोगों का दोहरा रवैया देश देख रहा है और यह अब नहीं चलने वाला है.
चुनाव आयोग के काम में दखल नहीं देती मोदी सरकार: राजीव रंजन
केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में जद(यू) के नेता राजीव रंजन सिंह ने लोकसभा में कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार संवैधानिक संस्थाओं के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करती और विपक्ष में बैठे लोग सरकार में रहते हुए ऐसा करते थे.
चुनाव सुधारों पर चर्चा में अधिकतर विपक्षी सदस्यों द्वारा एसआईआर पर निशाना साधे जाने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘‘हमें इस पर यहां चर्चा करने का कोई हक नहीं है. यह मोदी सरकार का नहीं, निर्वाचन आयोग का फैसला है.’’ इस देश के नागरिकों को मताधिकार होना चाहिए और यदि आयोग लोगों की नागरिकता सत्यापित कर रहा है जो उसका दायित्व है तो कांग्रेस और विपक्षी दलों को इसमें क्या आपत्ति है.
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आप जीते तो ठीक हम जीते तो EVM हैक: रंजन
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की जगह मतपत्रों से चुनाव कराने के विपक्षी सांसदों के तर्क पर जदयू सांसद ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस नीत संप्रग की सरकार दस साल रही और वे इसी ईवीएम प्रणाली से जीतकर आए थे. दस साल तक सरकार में रहे तो ईवीएम ठीक थी और अब लगातार प्रयास के बाद भी जनता स्वीकार नहीं कर रही तो ईवीएम गलत है. तेलंगाना, कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का चुनाव विपक्षी दल जीता तो ईवीएम सही है और जैसे ही महाराष्ट्र, हरियाणा तथा बिहार में वे चुनाव हारते हैं तो ईवीएम खराब हो जाती है. दरअसल विपक्ष बूथ कैप्चरिंग चाहता है जबकि उसे हटाना निष्पक्ष चुनाव की दिशा में उचित निर्णय था.
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