राजगीर. प्रियानुज ने तमिलनाडु के खिलाड़ी को हराकर शनिवार को खेलो इंडिया यूथ गेम्स के टेबल टेनिस मुकाबले में असम के लिए स्वर्ण पदक जीता. वे पूरे मैच के दौरान आत्मविश्वास में दिखे और ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा. महाराष्ट्र की काव्या भट्ट ने लड़कियों के सिंगल्स फाइनल में पहला गेम हारने के बाद 4-1 से जीत हासिल की. काव्या पहले टूर्नामेंट में तमिलनाडु की हंसिनी से हार गई थीं, लेकिन इस बार उन्होंने शानदार वापसी की और जीत दर्ज की. काव्या की इस जीत से महाराष्ट्र को टेबल टेनिस प्रतियोगिता में प्रत्येक चारों इवेंट में पदक सुनिश्चित हुआ. प्रतियोगिता काफी रोमांचक रही और खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला. प्रियानुज और काव्या, दोनों ही दबाव में खेले लेकिन जीतने का जज़्बा और दृढ़ संकल्प उनके खेल में साफ़ झलकता था। खास तौर पर काव्या ने हंसिनी से पहले सेमीफाइनल में मिली हार से सीख लेते हुए रणनीति अपनाई और अहम अंक जीतकर मैच पर पकड़ बनायी. लड़कों और लड़कियों के सिंगल्स में कांस्य पदक के मुकाबले : तमिलनाडु के बालामुरुगन मुत्थु राजशेखरन और महाराष्ट्र की दिव्यांशी भौमिक, जो दोनों खेलो इंडिया के स्कॉलर हैं, ने क्रमशः लड़कों और लड़कियों के सिंगल्स में कांस्य पदक जीते. बालामुरुगन ने महाराष्ट्र के कुशल चोपड़ा को स्मार्ट प्ले से हराया, वहीं दिव्यांशी ने अपनी टीम की साथी सुक्रति शर्मा को शुरुआती अस्थिरता के बावजूद सीधे गेम्स में हराया. लड़कों के सिंगल्स (फाइनल) में प्रियानुज भट्टाचार्य (असम) ने पी.वी. अभिनन्ध (तमिलनाडु) को 11-7, 10-12, 7-11, 7-11, 6- 11 से हराया. कांस्य पदक मुकाबले में मुथु राजशेखरन बालमुरुगन (तमिलनाडु) ने कुशाल चोपड़ा (महाराष्ट्र) को 8-11, 5-11, 8-11 से हराया. लड़कियों का सिंगल्स (फाइनल) में काव्या भट्ट (महाराष्ट्र) ने एम. हंसिनी (तमिलनाडु) को 12-14, 11-8, 11-8, 11-9, 11-9 से हराया. कांस्य पदक मुकाबले में दिव्यांशी भौमिक (महाराष्ट्र) ने सुक्रति शर्मा (महाराष्ट्र) को 12-10, 11-4, 11-6 से हराया.
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