बिहारशरीफ. शहर में दो सप्ताह पहले आए आंधी-तूफान के बाद ठप पड़ी ठंडे पेय पदार्थों की बिक्री अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. गर्मी बढ़ने के साथ ही चौक-चौराहों पर जूस, लस्सी, नारियल पानी, गन्ने का रस और आइसक्रीम की दुकानें फिर से सजने लगी हैं. हालांकि, मौसम के अचानक बदलाव को देखते हुए कई लोग इन पेय पदार्थों के सेवन से परहेज कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से तापमान में उछाल आने के बाद लोगों ने ठंडे पेय पदार्थों की तरफ रुख किया है. गन्ने का जूस, मिल्क शेक, कुल्फी-फालूदा और सत्तू की शरबत जैसे पारंपरिक पेय की मांग बढ़ गई है. दुकानदारों का कहना है कि आंधी के बाद कुछ दिनों तक कारोबार ठप रहा, लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. हालांकि, मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए कई लोग ठंडे पेय पीने से बच रहे हैं. विशेषकर बुजुर्गों का मानना है कि इस समय तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण खान-पान में लापरवाही बीमारी का कारण बन सकती है. जूस और लस्सी बेचने वाले विक्रेताओं को उम्मीद है कि गर्मी और बढ़ने पर उनका कारोबार फिर से पटरी पर आ जाएगा. वहीं, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग प्राकृतिक और हल्के पेय जैसे नारियल पानी और सत्तू को तरजीह दे रहे हैं. स्थानीय डॉक्टरों का भी सुझाव है कि मौसम के बदलाव के दौरान हल्का और स्वास्थ्यवर्धक भोजन-पानी ही लेना चाहिए, ताकि मौसमी बीमारियों से बचा जा सके.
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