शेखपुरा. लगभग 12 घंटे की छापेमारी के बाद आखिरकार निगरानी की टीम सीओ अंकु गुप्ता और प्रिंस राज को अपने साथ ले गयी. हालांकि निगरानी की टीम ने छापेमारी से जुड़े किसी प्रकार की जानकारी को लेकर मीडिया से दूरी बनाकर रखा. छापेमारी को लेकर डीएम आरिफ अहसन ने अरियरी के सीओ अंकु गुप्ता का शेखपुरा स्थित निजी आवास पर निगरानी टीम के द्वारा छापेमारी की पुष्टि की है. बुधवार की सुबह करीब 8:00 जब लोग अपने-अपने काम पर निकलने अथवा सरकारी दफ्तर जाने की शुरुआत में सुस्त थे. तभी अचानक टीम ने दस्तक देकर राजोपुरम कॉलोनी सहित समूचे शेखपुरा में हलचल मचा दिया. छापेमारी की कार्रवाई शुरू होते ही सरकारी महकमा में अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान छापेमारी स्थल राजोपुरम कॉलोनी में विधि व्यवस्था को लेकर एसपी बलीराम चौधरी ने सुरक्षा बलों की भी तैनाती कर दी. ऐसी स्थिति में शाम 7:30 बजे तक छापेमारी की कार्रवाई जारी है. जानकारों ने बताया कि छापेमारी के बीच अपराह्न 4:00 बजे सर्वप्रथम निगरानी टीम के कुछ सदस्य सुपौल के निलंबित सीओ प्रिंस राज को कड़ी सुरक्षा के बीच हिरासत में अपने साथ ले गए. जबकि अरियरी सीओ अंकु गुप्ता से निगरानी की टीम के द्वारा पूछताछ जारी रखा. निगरानी टीम की छापेमारी के साथ-साथ पूछताछ किया है. कार्रवाई शाम 7:30 बजे तक जारी रहा. इसके बाद अरियरी के सीईओ अंकु गुप्ता को निगरानी की टीम अपने साथ हजारीबाग लेकर चली गई. ज्ञात हो की प्रिंस राज मधुबनी जिले के इटहरा गांव के निवासी हैं. जबकि सायन अंकु गुप्ता का मायके हजारीबाग बताया गया है. दंपति सीईओ ने अपने पुश्तैनी घर के साथ-साथ पटना के बिहटा में एक आलीशान मकान बनवाया था. काफी कम समय में आय से अधिक संपत्ति के आए मामले ने न सिर्फ सरकारी महकमा को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि आम लोग भी सकते में है. सीओ के आवास पर ऑपरेटर कमलेश मिश्रा भी थे मौजूद. अरियरी प्रखंड में कंप्यूटर ऑपरेटर कमलेश मिश्रा निगरानी छापेमारी के दौरान अरियरी के सीओ अंकु गुप्ता के आवास पर ही थे. निगरानी की टीम पहुंचते ही ऑपरेटर बाहर निकलने लगे. लेकिन टीम ने उन्हें रोक कर पूछताछ किया. हालांकि बाद में ऑपरेटर से जरूरी जानकारी जुटाने के बाद उन्हें मुक्त कर दिया. अंकु गुप्ता को टीम ने पांच घंटे बाद किया गिरफ्तार
छापेमारी को निगरानी टीम के पहुंचने की भनक लगते ही किराए के मकान में अपने पति प्रिंस राज और तीन माह के बच्चे को छोड़कर वह वहां से किसी तरह फरार होने में सफल हो गई. निगरानी की टीम जब सीओ के किराए के फ्लैट में पहुंची तो वह हतप्रभ रह गई. छोटे बच्चे को छोड़कर फरार हो जाने के कारण छापेमारी में पहुंची महिला जवानों को भी बच्चे की देखरेख में काफी परेशानी उठानी पड़ी. तीन घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद महिला सीओ का ट्रेस नहीं मिलने पर स्थानीय पुलिस को भी उसकी तहकीकात में लगाया गया. शेखपुरा थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में सीओ की तलाशी में सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला गया.लेकिन कोई अता –पता नहीं चला.इसी बीच पुलिस यह समझने में सफल रही की महिला सीओ कहीं इसी मुहल्ले में छुपी हैं.स्थानीय सूत्र से अरियरी महिला सीओ को राजोपुरम कॉलोनी के जिस घर में छापेमारी कर रही थी वहीं से 25 कदम आगे ठीक सामने के मकान में छुपे होने का पक्की सूचना दी. इसके बाद पुलिस राजोपुरम कॉलोनी में रामानुग्रह शर्मा के घर की घेराबंदी कर अरियरी सीओ अंकु गुप्ता को हिरासत में ले लिया.
सीओ छुपकर पल-पल की रख रही थी खबर
अरियरी सीओ अंकू गुप्ता घर में अपने बच्चे को छोड़कर सामने के मकान में जा छुपी थी. जहां से वह मकान के दूसरी मंजिल से खिड़की के पर्दे के आड़ में पल-पल की आंखों देखी नजर रख रही थी. वहीं, स्पेशल बिजलेंस की उसके किराए के मकान में जमी थी. सुबह से आठ बजे से पहुंची निगरानी की टीम जहां अंदर छापेमारी कर उसके पति से पूछताछ और मकान की तलाशी ले रही थी. वहीं बाहर स्थानीय पुलिस अरियरी सीओ को स्थानीय एक मकान में छुपे होने की सूचना पर 12 बजकर 30 मिनट पर उसकी घेराबंदी कर अरियरी की महिला सीओ अंकु गुप्ता को हिरासत में लेकर छापेमारी की रही मकान में ले आई.
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