शेखपुरा. सदर अस्पताल के में अंतरराष्ट्रीय नर्सेज डे मनाया गया. इस मौके पर सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स के साथ जीएनएम स्कूल की छात्राएं भी उपस्थित थे. कार्यक्रम का एसीएमओ डॉक्टर अशोक कुमार की उपस्थिति में केक काटकर मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए एसीएमओ ने सभी नर्स बहनों की सराहना करते हुए कहा कि हर साल 12 मई को आधुनिक नर्सिंग की जंक फ्लोरेंस नाइ टिंगल की याद में मनाते हैं. मन को स्वस्थ बनाने के लिए जीवन में मेडिसिन के साथ मेडिटेशन का भी आवश्यकता है. नर्स बहनें अपने जीवन में बहुत ही श्रेष्ठ सेवाएं दे रही है. बीमार व्यक्ति को स्वस्थ बनाने में डॉक्टर के साथ-साथ नर्स की अहम भूमिका भी महत्वपूर्ण है. नसों की महिमा करते हुए उन्होंने कहा कि उनका स्थान एक मां के समान है क्योंकि वह एक मां की तरह मरीज की पालना और देखरेख करती है. इस दिन को समाज में नसों के योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है. नर्स मानव जाति की सेवा के लिए अपना समर्पण करती है. नर्स दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य की देखभाल का प्लेटफॉर्म है. नर्सों की विभिन्न भूमिकाएं होती जैसे रोगियों की देखभाल करना मूल्यांकन और प्रशिक्षण में सहायता करना, ट्रिप करना, दवा और इंजेक्शनों की जांच और प्रबंधन कर रोगियों की स्थिति का अवलोकन करना और रिकॉर्ड रखना अधिक समय नर्स कठिन वातावरण में काम करती है.
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