बिहारशरीफ. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत बिहार के नौ नवोदित उद्यमियों को हरियाणा के नारनौल स्थित ड्रोन गुरु इंडिया में 2 मई से 9 मई तक ड्रोन पायलट का विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 4 महिला और 5 पुरुष प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक कृषि तकनीक, निगरानी व छिड़काव जैसी सेवाओं के लिए सक्षम बनाना था. प्रशिक्षण में दो दिन ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की गईं, जिसके बाद प्रतिभागियों ने फील्ड में ड्रोन संचालन की शेप क्लास में हिस्सा लिया. प्रशिक्षकों दिनेश और शेखर लोहान ने प्रतिभागियों को ड्रोन उड़ाने की संपूर्ण तकनीकी जानकारी दी. प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और लॉग बुक की जानकारी देकर उनके गृह जिलों को रवाना किया गया. इस प्रशिक्षण राधिका कुमारी (नालंदा), रम्भा देवी (मोतिहारी), जुली कुमारी (गया), लाल मुनी कुमारी (पटना), हितेश कुमार (रोहतास), जनार्दन कुमार (सासाराम), विकास कुमार (मुजफ्फरपुर), सनोज कुमार (समस्तीपुर), अविनाश कुमार (खगड़िया) ने भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विजेंद्र शेरावत सहित अन्य वरिष्ठ प्रशिक्षकों की उपस्थिति रही. सभी प्रशिक्षुओं ने ड्रोन तकनीक के व्यावहारिक पहलुओं को सीखा, जो आगे चलकर कृषि और अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है. नालंदा की प्रतिभागी राधिका कुमारी ने इस अवसर पर कहा, यह माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाते हुए कृषि में टेक्नोलॉजी का समुचित उपयोग करना है. ड्रोन की मदद से अब किसानों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी. यूरिया और दवाइयां अब नैनो रूप में उपलब्ध हैं, जिनका छिड़काव ड्रोन से ही संभव है. मैं गर्व से कहती हूं कि आज मुझे ड्रोन पायलट प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है और इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी की आभारी हूं, जिन्होंने एक गृहिणी को देश की सेवा करने का अवसर दिया. यह प्रशिक्षण न सिर्फ तकनीकी ज्ञान का विस्तार है, बल्कि यह आत्मनिर्भर बिहार की दिशा में एक बड़ा कदम भी है. ऐसे प्रयासों से ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को तकनीक से जोड़कर उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं.
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