बिहारशरीफ. जिले में रविवार को धूमधाम से राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी भवन सभागार में किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने की. इसके पूर्व विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों के द्वारा जिला पदाधिकारी तथा नगर आयुक्त दीपक कुमार मिश्रा एवं डीपीआरओ गुप्तेश्वर प्रसाद को बुके तथा अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया. प्रेस दिवस के अवसर पर विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपनी बातें खुलकर रखी. पत्रकारों को समाचार संकलन में आने वाली कठिनाइयों से लेकर जिले की प्रमुख समस्याओं पर चर्चा की गई है. जिला पदाधिकारी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में इन सभी मुद्दों को समाहित करते हुए पत्रकारों को भ्रामक खबरों से होने वाले नुकसान पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और सशक्त प्रेस किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूत नींव होती है. प्रेस न केवल जनभावनाओं को अभिव्यक्त करता है, बल्कि शासन-प्रशासन और जनता के बीच सेतु का कार्य भी करता है. जिलाधिकारी ने कहा कि डिजिटल युग में गलत और भ्रामक सूचनाओं का प्रसार बेहद तेज़ी से हो रहा है, जो प्रशासनिक व्यवस्था, सामाजिक सद्भाव और लोकतंत्र की मूल संरचना को प्रभावित कर सकता है. ऐसे समय में पत्रकारों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है. वे तथ्यों तथा स्रोतों की विश्वसनीयता और प्रमाण आधारित रिपोर्टिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता दें. भ्रामक खबरों का प्रकाशन और वितरण को समाज के हित में हानिकारक बताते हुए कहा कि कभी-कभी खबरों को सनसनीखेज बनाने के चक्कर में गलत खबरें भी जनता के बीच चली जाती है. इसका समाज पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है. पत्रकारिता समाज को जागरूक और सही दिशा देने का काम है. उन्होंने कहा कि जिले में कई सकारात्मक और सक्सेस स्टोरी छिपे हुए हैं, इन्हें सामने लाकर आगामी पीढ़ी को अंधेरे में रोशनी देने का काम किया जा सकता है. उन्होंने स्टार्टअप नालंदा के माध्यम से युवाओं को उद्यमी बनाने तथा एग्री स्मिता के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की. इस अवसर पर जिले के सभी मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद थे.
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