थरथरी. इन दिनों प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसी) बनवाने की प्रक्रिया वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है़ नए नियमों के अनुसार, अब पीयूसी सर्टिफिकेट के लिए वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) को मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है़ लेकिन जब वाहन मालिक खुद इसे ऑनलाइन करने की कोशिश करते हैं, तो अक्सर वेबसाइट या पोर्टल काम नहीं करता है. सर्वर डाउन रहने की वजह से लोगों को मजबूरन आरटीओ (आरटीओं) कार्यालय का रुख करना पड़ता है, जहां पहले से लंबी कतारें लगी होती हैं. दिनभर चक्कर काटने के बाद भी कई लोगों का काम नहीं हो पा रहा है. एक वाहन मालिक का कहना है, “मैंने कई बार ऑनलाइन प्रयास किया, लेकिन पोर्टल कभी भी सही से काम नहीं करता है. अंत में आरटीओ ऑफिस जाना पड़ा, जहां भी सर्वर की समस्या बनी रहती है. काम के साथ-साथ समय भी बर्बाद हो रहा है.” कुछ संभावित समाधान यह सभी हो सकते हैं: 1. डिजिटल सेवा केंद्रों (सीएससी) के माध्यम से मोबाइल लिंकिंग की सुविधा दी जाए. 2. एक आसान और लाइट वर्जन मोबाइल ऐप विकसित किया जाए, जो सिर्फ मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए हो. 3. आरटीओ कार्यालयों में टोकन सिस्टम लागू हो, जिससे भीड़ कम हो और लोगों को घंटों इंतज़ार न करना पड़े. 4. ग्रामीण और शहरी इलाकों में मोबाइल वैन सेवा शुरू की जाए जो मौके पर मोबाइल नंबर लिंकिंग जैसी सेवाएं दे सके.
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