शेखपुरा. जिलाधिकारी आरिफ अहसन ने न्यायालय में लंबित मामलों के निष्पादन में लोक अभियोजकों को हर प्रकार से मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया. उन्होंने सभी लोक अभियोजकों को जघन्य प्रवृत्ति के अपराधों को त्वरित गति से न्यायिक कार्रवाई चलाकर पीड़ितों को न्याय प्रदान करने की अपील की. जिलाधिकारी शुक्रवार को समाहरणालय में सभी अभियोजकों के साथ न्यायालय में चलाए जा रहे कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की थी. बैठक में जिला लोक अभियोजक उदय नारायण सिंहा, जीपी विनोद कुमार सिंह, विशेष लोक अभियोजक चंद्रमौली प्रसाद यादव, अरविंद कुमार ,शांति कुमारी, नैला बेगम शंभू शरण प्रसाद सिंह, तस्लीमुद्दीन, शिवनंदन प्रसाद शर्मा, जिला अभियोजन पदाधिकारी उपेंद्र चौधरी, संजीव कुमार ,सत्यनारायण प्रसाद सिंह, अभिनय कुमार आदि मौजूद थे. जिलाधिकारी ने सभी अभियोजकों से उनके द्वारा संचालित किया जा रहे न्यायालय कार्य की बारी-बारी से समीक्षा की. उन्होंने जघन्य अपराध हत्या दुष्कर्म लूट शराब पोक्सो अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार आदि के मामलों को त्वरित गति से निष्पादित करने में पूरी मदद पहुंचने का आश्वासन दिया. बैठक में अभियोजकों ने दारोगा और डॉक्टर सहित अन्य सरकारी कर्मियों के समय पर गवाही में न्यायालय में उपस्थित नहीं होने का मामला उठाया. इस मामले में जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए वैसे सभी अधिकारियों और डॉक्टरों की सूची मांगी है ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके. जिलाधिकारी ने सभी अभियोजकों को न्यायालय और पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक मामलों का कम समय में निपटारा करने की सलाह दी. बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अभियोजकों को अपने ड्यूटी के प्रति पूरी संवेदनशीलता के साथ जुटे रहने की सलाह दी.
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