शेखपुरा. अरियरी प्रखंड में मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों की हकीकत जानने के लिए प्रखंड प्रमुख अवधेश पासवान ने कई पंचायतों में औचक निरीक्षण किया. इस निरीक्षण के दौरान एक भी मजदूर कार्यस्थल पर मौजूद नहीं पाया गया, जबकि कागजों में दर्जनों मजदूरों को काम करते हुए दिखाया गया है. यह मामला सीधे तौर पर कागजी घोटाले की ओर इशारा करता है.प्रखंड प्रमुख ने 15 मई को खुद कई योजनाओं का स्थल निरीक्षण किया और पाया कि न तो वहां कोई कार्य हो रहा है और न ही कोई मजदूर मौजूद हैं. इसके विपरीत, योजनाओं के कागजात में मजदूरों की उपस्थिति और कार्य का विवरण दर्ज किया गया है. यही नहीं, उन्होंने उन योजनाओं का भी जिक्र किया है जो पिछले वर्ष बंद हो चुकी थीं, लेकिन उन्हें इस वर्ष फिर से चालू दिखाया जा रहा है. इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रमुख अवधेश पासवान ने 16 मई को जिलाधिकारी आरिफ अहसन को पत्र लिखकर मनरेगा कार्यों की जांच की मांग की है. प्रखंड प्रमुख ने डीएम से आग्रह किया है कि आरईओ या पीडब्लूडी के अभियंताओं की एक टीम गठित कर मनरेगा योजनाओं की निष्पक्ष जांच कराई जाए.इस पत्र के सामने आने के बाद मनरेगा से जुड़े कर्मियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़े पैमाने पर कागजी काम दिखाकर सरकारी राशि की निकासी की जा रही है. योजना में मजदूरों के नाम पर मजदूरी भी उठाई जा रहा है, जबकि मजदुर स्थल पर काम ही नहीं कर रहे हैं. प्रखंड प्रमुख के द्वारा मनरेगा योजना के कार्यों की जांच की मांग के बाद अब यह देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करती है. बीडीओ ने की मनरेगा कार्यों की जांच
बीडीओ ने शुक्रवार को अरियरी प्रखंड के एफनी पंचायत में मनरेगा की योजनाओं की जांच की. इस दौरान डीआरडीए डायरेक्टर राजन कुमार राजन भी मौजूद थे. इस सम्बन्ध में बीडीओ अर्चना वर्मा ने बताया कि मनरेगा कार्यों की जांच के दौरान स्थल पर मजदुर काम करते हुए पाए गए. इसी क्रम में सनैया पंचायत के निर्माणाधीन खेल मैदान का औचक निरीक्षण किया गया. जिसमें संबंधित कर्मी को गुणवता पूर्ण कार्य करते हुए कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया.
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