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Bihar Weather Forecast : बिहार में 14 मई तक सक्रिय रहेंगी प्री मॉनसून, तापमान अभी और गिरेगा

पिछले कुछ सालों की तुलना में बिहार में प्री मॉनसून की गतिविधियां चरम पर हैं. अप्रैल अंतिम हफ्ते से लेकर मई में अभी तक प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम और भारी बारिश दर्ज की जा रही है. इसकी वजह से मई माह में हीट वेव की बजाय तेज और ठंडी पुरवैया चल रही है़

पटना. पिछले कुछ सालों की तुलना में बिहार में प्री मॉनसून की गतिविधियां चरम पर हैं. अप्रैल अंतिम हफ्ते से लेकर मई में अभी तक प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम और भारी बारिश दर्ज की जा रही है. इसकी वजह से मई माह में हीट वेव की बजाय तेज और ठंडी पुरवैया चल रही है़ इसकी वजह से आगामी 48 घंटे तक यूं तो पूरे प्रदेश का विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी बिहार में उच्चतम तापमान तीस डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने के आसार हैं.

आइएमडी पटना की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश में प्री मॉनसून की गतिविधियां 14 मई तक और चरम पर पहुंचेगी़ इस दौरान न केवल मेघ गर्जन बल्कि हवा की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की आशंका है़

दरअसल प्रदेश में इन दिनों कई मौसमी सिस्टम काम कर रहे हैं. बिहार इन दिनों न केवल निम्न दाब का केंद्र बना हुआ है, बल्कि बंगाल की खाड़ी में हो रही मौसमी बदलाव से भी प्रभावित है़ पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है़ फिलहाल अप्रैल और मई में अब तक प्री मॉनसून गतिविधियां कम से कम पिछले दस सालों में नहीं देखी गयी हैं.

प्रदेश में आज कटिहार में भारी बारिश दर्ज की गयी़ यहां 84 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी़ दरभंगा में 23, फॉरबिस गंज में 33 और पूर्णिया में भी 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है़ इसके अलावा छिटपुट कई जगहों पर भी बारिश हुई है़

मॉनसून पूर्व तैयारी की समय सीमा समाप्त, जांच होगी शुरू

राज्य के शहरी निकायों में मॉनसून पूर्व जलजमाव नहीं होने की तैयारी को लेकर काम पूरा करने की समय सीमा समाप्त हो गयी है. नगर विकास व आवास विभाग की ओर से 30 अप्रैल तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया था. जिसे विभाग ने बाद में बढ़ा कर दस अप्रैल तक का समय निकायों को दिया था, ताकि अच्छे से नाला उड़ाही, मैनहोल व कैचपीट की सफाई के साथ कच्चे नालों आदि का निर्माण किया जा सके.

अब जब कार्य की समय सीमा समाप्त हो गयी है तो अब विभाग की ओर से निकायों में जांच अभियान चलाया जायेगा. इसमें जिला प्रशासन व विभाग के अधिकारी देखेंगे कि किस जगहों पर कितना काम किया गया है? अगर कहीं कोई चूक होती है तो तत्काल उसे ठीक किया जायेगा और निकाय के संबंधित कार्यपालक अभियंता से लेकर अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी.

प्रधान सचिव ने दिये हैं आदेश

विभाग के निर्देश के आलोक में सभी जिलों के दंडाधिकारी व उनकी टीम नाला उड़ाही, कैचपीट व मैनहोल की सफाई आदि की जांच के लिए तय की गयी है. विभाग के प्रधान सचिव ने सख्त आदेश में कहा है कि जांच में कहीं से भी कोई कोताही मिली तो जिम्मेदार बख्शे नहीं जायेंगे. सभी निकायों को वार्ड पार्षदों एवं वार्ड आयुक्तों के साथ नियमित बैठक कर उनकी प्रतिक्रिया व सुझावों को नाला उड़ाही एवं मॉनसून की तैयारियों की रणनीति में शामिल कर कार्य करने के निर्देश दिये जा चुके हैं.

तिगुनी वर्षा को ध्यान में रख कर तैयारी

विभाग की ओर से सभी नगर निकाय खास कर राजधानी को लेकर निर्देश दिया गया है कि अगर सामान्य से तिगुनी वर्षा भी हो तो शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं हो. शहर के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां संपूर्ण तैयारियों के बावजूद जलजमाव की आशंका बनी रहती है. ऐसे में उन सभी क्षेत्रों को चिह्नित कर पहले से ही वहां जलनिकासी की वैकल्पिक व्यवस्था तैयार रखें, ताकि अधिकतम चार घंटे के भीतर वहां से जलजमाव हट सके.

Posted by Ashish Jha

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