बिहार के पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में जंगल से निकलकर एक बाघ ने महिला पर हमला कर दिया. इसके बाक घर में घुस गया. घटना से पूरे गांव में दहशत फैल गयी. गांव के लोगों ने वन विभाग की टीम को सूचना दी. वन विभाग के करीब 60 कर्मचारी मौके पर पहुंचे. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे इलाके को खाली करा लिया गया. लोगों से पर्याप्त दूरी बनाये रखने की अपील की गयी. इसके बाद, टीम ने सात घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बाघ को रेस्क्यू कर लिया.
सुबह पांच बजे बाध ने किया हमला
वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा जंगल से निकलकर बाघ गौनाहा प्रखंड के रूपवालिया गांव के आवासीय इलाके में आ गया. इसके बाद उसने कमलेश उरांव की पत्नी पर हमला कर दिया. हालांकि, हमले में महिला पूरी तरह से सुरक्षित बच गयी. इसके बाद, शोर के कारण बाग घर में ही छिप गया. उपमुखिया नागेंद्र मौर्य ने बाध की सूचना वन विभाग की टीम को दिया. घटना की सूचना पर डीएफओ प्रदुम्न गौरव, रेंजर सुनील कुमार पाठक और वनकर्मियों ने पूरी योजना के साथ बाघ को पकड़ा. अब बाघ को पटना के जैविक उद्यान में भेजा जा रहा है.
गांव वालों ने ली चैन की सांस
बाध के पकड़े जाने से गांव वालों ने चौन की सांस ली. कमलेश उरांव ने बताया कि तड़के बाघ के हमले से पूरा परिवार डरा हुआ है. जंगल से आए दिन जंगली जानवर गांव में आते रहते हैं. मगर, बाघ के हमले से लोगों में डर बैठ गया है. वन विभाग की टीम सही समय पर पहुंच गयी. उन्होंने बताया कि इससे पहले कभी गांव में बाघ ने हमला नहीं किया था. डीएफओ प्रदुम्न गौरव ने बताया कि जंगल के आसापास के सभी गांव में लोगों को वन विभाग का मोबाइल नंबर किसी भी मदद के लिए दिया गया है. बाघ की सूचना पर टीम गांव में आयी थी. बाघ को रेस्क्यू कर लिया गया है.